कहां से शुरू होता है साइबर ठगी का खेल एक्सपर्ट से जानें बचने की टिप्स

उत्तर प्रदेश के जनपद एटा निवासी सनत कुमार यादव ने एमसीए की पढ़ाई की है. उन्होंने 2012 से 2015 तक एक सॉफ्टवेयर कंपनी में बतौर इंजीनियर काम किया. इसके बाद 2015 में यूपी पुलिस में भर्ती हो गए. 2015 बैच के सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात होकर नोएडा जिले में अलग अलग कई थानों में 2020 तक तैनात रहकर अपनी जिम्मेदारी निभाई.

कहां से शुरू होता है साइबर ठगी का खेल एक्सपर्ट से जानें बचने की टिप्स
नोएडा. डिजिटल दुनिया में साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ा है, जिसकी चपेट में हर वर्ग का इंसान फंस रहा है और ठगी का शिकार हो रहा है. ठगी करने वाले साइबर अपराधियों तक पहुंचने के लिए डिजिटल सबूतों की जरूरत होती है, जो इतना आसान नहीं होते. उन्हीं डिजिटल साक्ष्य को जुटाकर अपराधियों तक पहुंचने में नोएडा में तैनात साइबर सेल इंचार्ज सनत कुमार यादव का अहम रोल रहता है. इनके बिना किसी भी साइबर अपराधी तक पहुंचना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती हो सकती है. आज हम जानते हैं इनके बारे में और सनत कुमार से जानेंगे कि किसी भी साइबर क्राइम से कैसे बचा जा सकता है. उत्तर प्रदेश के जनपद एटा निवासी सनत कुमार यादव ने एमसीए की पढ़ाई की है. उन्होंने 2012 से 2015 तक एक सॉफ्टवेयर कंपनी में बतौर इंजीनियर काम किया. इसके बाद 2015 में यूपी पुलिस में भर्ती हो गए. 2015 बैच के सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात होकर नोएडा जिले में अलग अलग कई थानों में 2020 तक तैनात रहकर अपनी जिम्मेदारी निभाई. फिलहाल नोएडा साइबर सेल के इंचार्ज हैं और नोएडा में साइबर अपराध करने वाले अपराधियों की नाक में नकेल कस रहे हैं. सनत कुमार बताते हैं कि मैंने इंश्योरेंस कॉरपोरेशन के लिए एप्लीकेशन भी बनाए हैं लेकिन पापा के कहने पर साल 2015 में उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती हो गया. उसके बाद कई जगह पर चौकी इंचार्ज रहा. 2020 में मैंने साइबर सेल जॉइन कर लिया. साइबर ठगी के बाद सबूत जुटाने में एक्सपर्ट सनत कुमार यादव को जिला गौतमबुद्ध नगर में साइबर अपराधियों तक पहुंचने से पहले साक्ष्य जुटाने वाला एक्सपर्ट माना जाता है. साल 2020 से अब तक सैकड़ों साइबर अपराधों की गुत्थी को उन्होंने सुलझाया है. सनत बताते हैं कि मैं अपनी मर्जी का काम कर रहा हूं. अभी जो साइबर क्राइम हो रहे हैं वो क्रिप्टो, नौकरी, जीएसटी, डिजिटल अरेस्टिंग के नाम पर होते हैं. वैसे ये अपराधी अपनी प्रवृत्तियों को बदलते रहते हैं. ये आपसे हजारों किलोमीटर दूर बैठकर सारा काम करते हैं, इसलिए इन्हें पकड़ना कठिन होता है. बस हम अपने टूल्स का इस्तेमाल करके इसके पास पहुंच जाते हैं. सनत बताते हैं कि जिगोलो के अपराधी, नाइजीरियन गैंग, डिजिटल अरेस्टिंग के साथ, 15 हजार करोड़ जीएसटी फर्जीवाड़े के अपराधियों पर नकेल कसवाने में वह कामयाब हुए हैं. कैसे शुरू होता है साइबर क्राइम का खेल? सनत कुमार यादव ने बताया कि कोई भी साइबर ठगी का मामला लालच से शुरू होता है और फिर अपराधी एक बार किसी व्यक्ति को अपने जाल में फांस लेते हैं, तो फिर शुरू होता है पैसे ऐंठने का खेल और ये खेल तब तक चलता है, जब तक पीड़ित का अकाउंट खाली नहीं हो जाता. साइबर ठगों से बचने का सबसे आसान तरीका है कि आप 1 रुपये के भी लालच में न आएं. अगर आप किसी के द्वारा दिए गए प्रलोभन में फंस गए, तो ठगी का शिकार हो जाएंगे. अगर आपके साथ कभी भी साइबर ठगी होती हैं, तो आप फौरन 1930 पर कॉल करके अपनी शिकायत दर्ज कराएं. Tags: Cyber Crime, Cyber Fraud, Local18, Noida PoliceFIRST PUBLISHED : June 10, 2024, 22:52 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed