जब मनमोहन को JNU स्टू़डेंट्स ने दिखाए काले झंडे तब किससे कहा- सर नरमी बरतिए

Manmohan Singh Death News: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार रात को निधन हो गया. उनके निधन पर सात दिन के शोक का ऐलान है. उनसे जुड़ा एक किस्सा जेएनयू का है, जब उन्हें काले झंडे दिखाए गए थे.

जब मनमोहन को JNU स्टू़डेंट्स ने दिखाए काले झंडे तब किससे कहा- सर नरमी बरतिए
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे. मनमोनह सिंह का गुरुवार रात को निधन हो गया. भारत की अर्थ्यव्यवस्था में उनका बड़ा योगदान रहा है. उन्हें देश में उदारीकरण का जनक कहा जाता है. वैसे तो मनमोहन सिंह को लेकर कई किस्से मशहूर हैं. उनमें से एक किस्सा जेएनयू यानी जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी का है. जब उन्होंने यूनिवर्सिटी का दौरा किया था, तब उनका खूब विरोध हुआ था. स्टूडेंट्स् ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे. बावजूद इसके वह नाराज नहीं हुए थे, बल्कि छात्रों के हित में ही आदेश दिया था. चलिए जानते हैं वह किस्सा क्या है. दरअसल, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2005 में जब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) का दौरा किया था, उस समय उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे वाम समर्थित छात्रों ने उन्हें काले झंडे दिखाए थे. इस घटना के बाद विश्वविद्यालय ने छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनमें से कुछ को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. हालांकि, एक दिन बाद मनमोहन सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए तत्कालीन कुलपति बी बी भट्टाचार्य को छात्रों के साथ नरमी बरतने का सुझाव दिया. मनमोहन सिंह जेएनयू परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए गए थे. मनमोहन सिंह के संबोधन के दौरान कुछ छात्रों ने नारेबाजी की और उन्हें काले झंडे दिखाए. इस घटना पर जेएनयू के एक सेवानिवृत्त प्रोफेसर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि मनमोहन सिंह अपना भाषण पूरा कर जब वहां से चले गए तब कुलपति के पास प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से फोन आया था कि वह छात्रों के साथ नरमी बरतें क्योंकि विरोध करना उनका अधिकार है. उन्होंने कहा, ‘छात्रों को चेतावनी के बाद छोड़ दिया गया.’ जेएनयू पिछले एक दशक में व्यापक विरोध प्रदर्शनों का केंद्र रहा है और 2016 में देशद्रोह विवाद ने परिसर में बोलने एवं अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर बहस छेड़ दी थी. कुलपति ने 2016 में एक साक्षात्कार के दौरान इस घटना का जिक्र किया था. उन्होंने कहा था, ‘मनमोहन सिंह ने मुझसे कहा था कि कृपया नरमी बरतें, सर. मैंने कहा कि मुझे कम से कम उन्हें चेतावनी देनी होगी … लेकिन आज समस्या यह है कि छात्रों के साथ संवाद की लाइन टूट गई है.’ मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार रात दिल्ली में 92 साल की उम्र में निधन हो गया. Tags: Delhi news, Dr. manmohan singh, Manmohan singhFIRST PUBLISHED : December 27, 2024, 06:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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