लखनऊ में गरीबों का अनोखा डॉक्टरकम फीस में करते हैं दिल का इलाज
लखनऊ में गरीबों का अनोखा डॉक्टरकम फीस में करते हैं दिल का इलाज
डॉ. साजिद अंसारी ने बताया कि उनकी मां चाहती थी कि वह डॉक्टर बने इसीलिए उन्होंने अपनी मां के नाम से ट्रस्ट शुरू किया और उसमें भी सामाजिक कार्य करते हैं. लोगों की मदद करते हैं. उन्होंने बताया एसएस हार्ट केयर सेंटर में दिल से जुड़ी हुई सभी बीमारियों का इलाज किया जाता है.
अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ. इन दिनों दिल के दौरे के मरीज तेजी से बढ़ रही हैं. कोई युवक खेलते हुए गिर जा रहा है तो कोई बैठे-बैठे दिल का दौरा पड़ने की वजह से दुनिया को अलविदा कह दे रहा है. लगातार बढ़ते जा रहे दिल के मरीजों को देखते हुए लखनऊ के डॉक्टर साजिद अंसारी ने दिल के मरीजों का फ्री इलाज करने का फैसला लिया. इनकी क्लिनिक यानी एसएस हार्ट केयर सेंटर की खासियत यह है की रिसेप्शन पर जाने वाले मरीजों से कभी यह नहीं पूछा जाता है कि वो पैसे देंगे या नहीं, बस मरीज अगर सेंटर पर आया है तो उसे डॉक्टर के केबिन के अंदर जरूर भेजा जाता है.
अगर मरीज के पास कम पैसे होते हैं तो भी मरीज से कोई बहस नहीं की जाती और ना ही उसे डॉक्टर के पास जाने से रोका जाता है. कम पैसे देकर भी मरीज इनके पास जाते हैं और अपना पूरा इलाज कराते हैं. डॉक्टर साजिद अंसारी बलिया के रहने वाले हैं और मेरठ के लाला लाजपत राय मेमोरियल मेडिकल कॉलेज से इन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई की और एमडी किया. खास बात यह की डॉक्टर साजिद का हार्ट केयर सेंटर गरीब मरीजों के बीच काफी मशहूर है. डॉ. साजिद अपने परिवार के पहले डॉक्टर हैं. परिवार में बाकी सभी बिजनेस करते हैं. यही नहीं अपने स्कूल के गुरुजनों का भी इलाज डॉक्टर साजिद वर्तमान में कर रहे हैं.
मां के नाम से शुरू किया ट्रस्ट
डॉ. साजिद अंसारी ने बताया कि उनकी मां चाहती थी कि वह डॉक्टर बने इसीलिए उन्होंने अपनी मां के नाम से ट्रस्ट शुरू किया और उसमें भी सामाजिक कार्य करते हैं. लोगों की मदद करते हैं. उन्होंने बताया एसएस हार्ट केयर सेंटर में दिल से जुड़ी हुई सभी बीमारियों का इलाज किया जाता है. रिसेप्शन पर आदेश दे रखा है की किसी मरीज से पैसों को लेकर बहस नहीं की जाएगी. सभी मरीज उनके पास भेजे जाएंगे ताकि सभी को इलाज मिल सके.
ऐसे करते हैं मरीजों का इलाज
डॉ. साजिद अंसारी ने बताया कि जब भी मरीज उनके पास आते हैं तो अपनी सभी पुरानी रिपोर्ट लेकर आते हैं और कहते हैं डॉक्टर साहब रिपोर्ट देख लीजिए लेकिन वह कभी भी रिपोर्ट पर नहीं जाते हैं बल्कि खुद अपनी सीट से उठते हैं और मरीज के पास जाते हैं. उसकी एक-एक जांच करते हैं और मरीज की तकलीफ सुनने के बाद इलाज शुरू करते हैं. बिना मरीज की जांच किए वह उसे ना तो किसी तरह की जांच लिख करके देते हैं और ना ही उसकी पुरानी जांच रिपोर्ट देखते हैं.
Tags: Local18, Lucknow news, Medical18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 19:42 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed