बरेली. उत्तर प्रदेश की नाथ नगरी बरेली में एक सदियों पुराना भैरवनाथ मंदिर है. बरेली के गुलाम नगर में बने 500 साल पुराने भैरवनाथ मंदिर के बारे में माना जाता है कि 500 वर्ष पहले खुद बाबा भैरव (महादेव) प्रकट हुए थे. इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां भैरवनाथ बाबा को भोग के रूप में सिगरेट, मदिरा, भांग, खीर, लड्डू, हलवा व अन्य चीजें चढ़ाई जाती हैं. मान्यताओं के अनुसार, मंदिर में मांगी जाने वाली भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. मंदिर के दर्शन करने काफी दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं.
बरेली को भगवान शिव की नगरी भी कहा जाता है. भैरवनाथ मंदिर के पुजारी ने बताया कि यह मंदिर लगभग 500 वर्ष पुराना है. इस मंदिर में भैरव बाबा प्रकट हुए थे. खास बात यह है कि मंदिर में सोमवार, मंगलवार और शनिवार को मांगी जाने वाली मन्नतें पूरी होती हैं. इस वजह से मंदिर में सोमवार, मंगलवार और शनिवार को भक्तों का तांता लगा रहता है. मंदिर में शनिवार को आने वाले भक्त बाबा को सिगरेट, मदिरा और भांग का भोग लगाते हैं, जिसे बाबा भैरवनाथ स्वीकार करते हैं और अपने भक्तों की मनवांछित इच्छा पूरी करते हैं.
क्या-क्या भोग लगाते हैं भक्त?
पुजारी ने आगे बताया कि यहां आने वाले श्रद्धालु अपनी कोई ना कोई मन्नत लेकर आते हैं. मन्नत पूरी होने के पश्चात भक्त यहां पर अपने द्वारा बोली हुई चीज चढ़ाते हैं. खास बात यह है कि इस मंदिर में बाबा को सिगरेट, मदिरा, भांग, खीर, हलवा आदि चीजें भी भोग लगाई जाती हैं.
क्या कहते हैं श्रद्धालु?
500 वर्ष पुराने भैरवनाथ मंदिर में आने-वाले भक्तों ने बताया कि यह मंदिर एक अनोखा मंदिर है. वे लोग यहां काफी सालों से बाबा के दर्शन करने आ रहे हैं. मंदिर में मांगी जाने वाली सभी मन्नतें पूरी होती हैं. खास बात यह है कि जब हम या कोई अन्य भक्त भी मंदिर में बाबा को सिगरेट चढ़ाता है, तो सिगरेट में से धुआं निकलता है जैसे कि बाबा स्वयं आकर सिगरेट पी रहे हो. भक्त अपनी इच्छा से भगवान को मदिरा भी चढ़ाते हैं और बाबा भैरवनाथ मदिरा का सेवन करते हुए हमें दिखाई देते हैं. हमें लगता है कि हमारी मनोकामना या हमारी मांगी हुई मनवांछित इच्छा भगवान भोलेनाथ ने स्वयं पूरी कर दी हो.
Tags: Bareilly news, Hindu Temple, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 23:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed