जापानी तकनीक से किसानों के लिए बनेगा मॉडल फॉर्म फोन से होगा हर समस्या का हल
जापानी तकनीक से किसानों के लिए बनेगा मॉडल फॉर्म फोन से होगा हर समस्या का हल
सरकार लगातार किसानों की आय दोगुनी करने के लिए तरह-तरह की योजनाएं चल रही हैं. इसके अलावा कृषि विश्वविद्यालय की ओर से भी किसानों के लिए प्रोग्राम चलाए जाते हैं. खासकर कृषि विश्वविद्यालय किसानों के लिए नई-नई तकनीक विकसित कर खेती को सुगम बनाने का काम कर रहे हैं. इसी क्रम में कानपुर स्थित चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय द्वारा कानपुर में प्रदेश का पहला मॉडल फार्म बनाया जा रहा है. यह मॉडम फॉर्म फोन के जरिए किसानों की समस्या का समाधान करेंगे. (रिपोर्टः अखंड प्रताप/ कानपुर)
अतीश त्रिवेदी/लखीमपुर खीरी: खेती-किसानी कर आज किसान बढ़िया मुनाफा कमा रहे हैं. सब्जी और फल के साथ अब फूल भी किसानों की कमाई का एक अहम जरिया बन चुके हैं. यूपी के लखीमपुर में एक किसान ऐसा ही कर रहा है. बांकेगंज ब्लॉक के रहने वाले किसान यदुनंदन सिंह गेंदे के फूल की खेती कर रहे हैं. बदले में उन्हें मिल रहा है तगड़ा मुनाफा.
गेंदे के फूल की खेती से कमा रहे मुनाफा
कम लागत में तैयार होने वाले गेंदे के फूल की डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है, जिस कारण अच्छा मुनाफा भी हो रहा है. शादी-विवाह व अन्य अवसरों पर सजावट के लिए गेंदा फूलों की बढ़ती डिमांड को देखते हुए कई किसानों ने अपने खेतों में बड़े पैमाने पर गेंदा फूल का उत्पादन शुरू कर दिया है. इस खेती से अधिक मुनाफा मिलने से किसानों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है. आपको बता दें कि सब्जियों और अन्य अनाजों की फसल की तुलना में गेंदा फूल की खेती बहुत ही ज्यादा लाभदायक है.
फूलों के मिल जाती है अच्छी कीमत
गेंदे के फूल की खेती अधिकतर गर्मी या सर्दी, दोनों ही सीजन में की जाती है. यह फूल सालभर खिलने वाला फूलों में से एक है. व्यापारिक पैमाने के मुताबिक गेंदे फूल की खेती से साल भर फायदा ही फायदा होता है. इसकी खेती के लिए अलग-अलग सीजन में तरह-तरह के बीज बोए जाते है. गेंदा फूल की खेती करने में खेतों की जोत, सिंचाई, बीज, दवा आदि के लिए किसानों को जिला उद्यान कार्यालय से मदद मिलती है. जिससे किसान आसानी से गेंदे के फूल की खेती कर सकते हैं. गेंदे के फूल की खेती करने वाले किसान यदुनंदन सिंह पुजारी ने बताया कि उन्होंने लगभग 3 एकड़ की जमीन पर इस फूल की खेती की है. 100 से 140 रुपए प्रति किलो हिसाब से फूल बिक रहे हैं.
Tags: Agriculture, Lakhimpuri Kheri, Local18FIRST PUBLISHED : August 14, 2024, 14:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed