लखीमपुर में यहां सस्ते में मिल जाएगा जूते-चप्पल नोट कर लें पता
लखीमपुर में यहां सस्ते में मिल जाएगा जूते-चप्पल नोट कर लें पता
कारीगर शतरुतीन ने बताया कि 20 वर्षों से लगातार फैंसी चप्पलों को हाथों से तैयार करते आ रहे हैं. वहीं एक जोड़ी चप्पल बनाने में 60 रुपए से लेकर 100 तक का खर्चा आ जाता. रेक्सीन की डिमांड बए़ गई तो अब सिर्फ रेक्सीन के ही जूते-चप्पल बनाते हैं. यहां के दूकानों में अपको 200 से 300 रूपए तक में बेस्ट क्वालिटी के जूते-चप्पल मिल जाएंगे.
लखीमपुर खीरी. यूपी के लखीमपुर जिले में एक ऐसा मार्केट है,जहां सिर्फ जूते-चप्पलों का कारोबार होता है. यह मार्केट फैंसी जूते-चप्पलों के लिए जिलेभर में मशहूर है. यहां आपको हर रेज में जूते-चप्पल मिल जाएंगे. खास बात यह है कि लोकल कारीगगर ही इन जूते-चप्पलों को बनाते हैं. यदि आपको फैंसी जूते-चप्पलों की खरीदारी करनी है तो आपको लखीपुर के गोला कस्बा आना होगा. यहां खरीदारी के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं और कम दाम में मनपसंद जूता-चप्पल खरीदकर ले जाते हैं.
100 रूपए में तैयार होता है एक जोड़ी चप्पल
लखीमपुर के मिल रोड में सिर्फ जूता व चप्पलों की ही दुकान है. वहीं लेडीज फैंसी चप्पल गोला में ही तैयार किया जाता है. यहां देश के अन्य राज्यों में भी सप्लाई की जाती है. कारीगर शतरुतीन ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि 20 वर्षों से लगातार फैंसी चप्पलों को हाथों से तैयार करते आ रहे हैं. वहीं एक जोड़ी चप्पल बनाने में 60 रुपए से लेकर 100 तक का खर्चा आ जाता. पहले यहां लेदर के भी जूते तैयार किया जाता था. लेकिन, इसमें लागत अधिक लग जाता था. रेक्सीन की डिमांड बए़ गई तो अब सिर्फ रेक्सीन के ही जूते-चप्पल बनाते हैं.
300 तक में मिल जाएंगे बेस्ट क्वालिटी के जूते
कारीगर शतरुतीन ने लोकल 18 को बताया कि रेक्सीन का जूता खरीदना चाहते हैं तो गोला कस्बा के मिल रोड में आ सकते हैं. यहां के दूकानों में अपको 200 से 300 तक रूपए में बेस्ट क्वालिटी के जूते-चप्पल मिल जाएंगे. उन्होंने बताया कि जूते-चप्पल के कारोबार के चलते लोगों को रोजगार भी मिल रहा है. पहले कारीगरों को काम के लिए बाहर जाना पड़ता था, जब गोला कस्बा में जूता-चप्पल बनने लगा तो कारीगरों को यहीं रोजगार मिलने लगा. इससे अच्छी कमाई भी हो जा रही है.
Tags: Lakhimpur Kheri News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : September 23, 2024, 17:04 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed