हल्दी की खेती के लिए ये किस्में है बेस्ट लागत भी आएगी कम

हल्दी की खेती के लिए किसान मीठापुर, राजेंद्र सोनिया सुगंधम, सुदर्शन, रश्मि और मेघा हल्दी-1 जैसी उन्नत किस्म का प्रयोग कर सकते हैं. यह हल्दी का सबसे उन्नत किस्म है. इन किस्मों से पैदावार भी अधिक मिलेगा और कमाई भी अच्छी हो जाएगी. हल्दी की खेती के लिए सबसे उपयुक्त दोमट या काली मिट्टी को जमीन है. इस मिट्टी में पैदावार भी अधिक देखने को मिलती है.

हल्दी की खेती के लिए ये किस्में है बेस्ट लागत भी आएगी कम
लखीमपुर खीरी. यूपी के लखीमपुर जिले का तराई इलाका बेहद उपजाऊ है. यहां के किसान अब हल्दी की खेती भी खेती करने लगे हैं. हल्दी की खेती करने से किसानों को अधिक मुनाफा हो रहा है. इसको लेकर कृषि विज्ञान केंद्र जमुना बाद फॉर्म में तैनात एक्सपर्ट डॉ. एसके विश्वकर्मा ने हल्दी की खेती करने वाले किसानों के लिए अहम जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि  हल्दी की खेती करने के लिए किसानों को अधिक रुपए की आवश्यकता नहीं होती है. वैज्ञानिक विधि से खेती करने पर कम लगात में अधिक मुनाफा कमा सकते हैं. हल्दी की खेती के लिए इन किस्मों का करें चयन कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसके विश्वकर्मा ने बताया कि शायद ही ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो हल्दी का उपयोग खाने में नहीं करता है. हल्दी सिर्फ खाने के स्वाद को हीं नहीं बढ़ाता है बल्कि इसमें कई चमत्कारिक गुण भी होते हैं. इसका औषधि के रूप में भी उपयोग होता है. हल्दी किसानों के लिए तगड़ी कमाई का जरिया है. हल्दी की खेती से किसान लाखों रुपए कमाई कर रहे हैं. हल्दी की खेती करने का कुछ तरीका है. इस तरीके को अपनाकर बंपर उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं. हल्दी की खेती के लिए किसान मीठापुर, राजेंद्र सोनिया सुगंधम, सुदर्शन, रश्मि और मेघा हल्दी-1 जैसी उन्नत किस्म का प्रयोग कर सकते हैं. यह हल्दी का सबसे उन्नत किस्म है. हल्दी की खेती के लिए दोमट या काली मिट्टी है उपयुक्त कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसके विश्वकर्मा ने बताया कि कोई भी किसान बड़ी मात्रा में हल्दी की खेती करते हैं तो इन किस्मों का चयन कर सकते हैं. इन किस्मों से पैदावार भी अधिक मिलेगा और कमाई भी अच्छी हो जाएगी. हल्दी की खेती के लिए सबसे उपयुक्त दोमट या काली मिट्टी को जमीन मानी जाती है. इसमें हल्दी की खेती करने से बहुत फायदे मिलते हैं. इसके साथ ही इस मिट्टी में पैदावार भी अधिक देखने को मिलती है. इससे किसानों को मोटी कमाई हो जाती है. Tags: Agriculture, Lakhimpur Kheri News, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : August 31, 2024, 11:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed