शिमला. दीपावली के लिए हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला दुल्हन की तरह सजी हुई है. पहाड़ों की रानी के नाम से प्रसिद्ध शिमला शहर रंग-बिरंगी रौशनी से सराबोर है. शिमला के बाजारों में खूब रौनक देखी जा रही है. दीवाली के लिए लोग दिनभर जमकर खरीददारी करते हुए नजर आए. शहर के सरकारी भवनों के अलावा लोगों ने अपने घरों को भी खूब सजाया हुआ.
शिमला के सबसे बड़े लोअर बाजार में सबसे ज्यादा भीड़ नजर आई. लोअर बाजार में तिल धरने की भी जगह नहीं बची. सबसे ज्यादा भीड़ मिठाइयों की दुकान में नजर आई. लोग जमकर शॉपिंग कर रहे हैं. मिठाई के अलावा खील-बताशों के साथ-साथ घरों में सजावट के सामान की खरीददारी ज्यादा हुई. बाजार में मिट्टी के बने दीयों की भी खासी मांग देखने को मिली. पटाखा बाजार में भी रौनक देखने को मिली. सबसे ज्यादा बच्चे उत्साहित नजर आए.
दीपावली पर होने वाले कारोबार को लेकर शहर के दुकानदारों की मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली. अधिकतर दुकानदार थोड़े निराश नजर आए. शिमला व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष करनैल सिंह ने कहा कि बाजार में भीड़ काफी है लेकिन खरीददार कम हैं, महंगाई का भी असर देखने को मिल रहा है. बीते कुछ सालों में ग्राहक तीन-चार चीजें खरीदता था. अब केवल एक या दो खरीद रहा है, दाम अगर ग्राहक के मुताबिक नहीं मिला तो उस चीज को ऑनलाइन मंगवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग से दुकानदारों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
पटाखों को लेकर कम हो रहा क्रेज
पटाखा कारोबारों की भी प्रतिक्रिया मिली-जुली ही है. शहर में इस बार केवल ग्रीन पटाखों की बिक्री की इजाजत दी गई है. संजौली की पटाखा मार्केट में खासी भीड़ देखने को मिली. लक्कड़ बाजार स्थित आईस स्टेकिंग रिंक में पटाखों की दुकान लगाने वाले देवेंद्र कुमार ने कहा कि इस बार कारोबार ठीक-ठीक ही है लेकिन धीरे-धीरे पटाखों के प्रति क्रेज कम होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि महंगाई के कारण भी दुकानदारों को नुकसान झेलना पड़ रहा है.
शिमला में दीवाली पर पटाखे चलाने का समय शाम 8 बजे से रात 10 बजे तक ही है. पटाखों को लेकर शिमला के उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं. डीसी ने कहा कि कि दिवाली त्योहार के दौरान पटाखे चलाने और उपयोग करने का समय शाम 8 बजे से 10 बजे तक होगा. इस दौरान केवल हरित पटाखों के उपयोग की ही अनुमति होगी. शिमला रंग बिरंगी रौशनी से नहाया नजर आया.
डीसी बोले दो घंटे तक ही पटाखे चलाएं
उपायुक्त ने बताया कि जिन शहरों और कस्बों में वायु की गुणवत्ता मध्यम या उससे नीचे है, वहां केवल ग्रीन पटाखे बेचे जाएं. इसके अलावा दिवाली, छठ, नए साल और क्रिसमस की पूर्व संध्या जैसे त्योहारों के दौरान पटाखे चलाने और इस्तेमाल करने का समय दो घंटे तक सीमित रखा गया है. यह आदेश (2019) 13 एससीसी 523 में सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के आधार पर जारी किए गए हैं. अनुपम कश्यप ने कहा कि आदेशों की उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पर्यावरण (संरक्षण) अधिनियम, 1986 की धारा 15 के तहत दंडात्मक कार्रवाई के अलावा बीएनएस 2023 की धारा 223 और लागू अन्य प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि इस आदेश का अनुपालन पुलिस अधीक्षक शिमला और शिमला जिले के सभी उपमंडलाधिकारी सुनिश्चित करेंगे. शिमला के लोअर बाजार में भीड़.
पुलिस और दमकल विभाग अलर्ट पर
डीसी ने लोगों से ग्रीन और सुरक्षित दीवाली मनाने का आग्रह किया है. अनुपम कश्यप ने अभिभावकों से अपील की है कि पटाखे चलाते समय बच्चों के साथ रहें ताकि किसी तरह की अनहोनी न हो. उपायुक्त ने बताया कि बताया कि सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं, पुलिस, होमगार्ड, अग्निश्मन विभाग के जवान किसी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट पर रखे गए हैं.
Tags: Diwali Celebration, Diwali cracker ban, Diwali festival gift, Diwali Gift, Shimla News TodayFIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 06:47 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed