शरीर छलनी था पैर उखड़ चुके… फिर भी आतंकियों से भिड़े राजीव कहानी रुला देगी
21 साल के सेकंड लेफ्टिनेंट राजीव संधू ने श्रीलंका में ऑपरेशन पवन के दौरान साहस दिखाया. लिट्टे के घात लगाकर हमले में उनके दोनों पैर उड़ गए, शरीर गोलियों से छलनी था. फिर भी, रेंगते हुए उन्होंने कार्बाइन से आतंकी को ढेर किया. अपने जवानों को पहले निकालने का आदेश देकर वे शहीद हुए. 1990 में उन्हें मरणोपरांत महावीर चक्र मिला.
