धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में पुलिस ने 13 हजार फीट की ऊंचाई से पांच साल बाद एक युवक की लाश रिकवर की है. पांच साल पहले यह युवक लापता हो गया था और अब इसके बारे में सूचना मिली थी. पुलिस ने अब मौके से नर-कंकाल बरामद किया है. पुलिस टीम नर कंकाल को धर्मशाला लेकर आ गई है. इस दौरान दो दिन का समय पुलिस कर्मचारियों को लगा.
जानकारी के अनुसार, साल 2019 में कांगड़ा के धर्मशाला की धौलाधार की तलहटी में बने पवित्र लाम डल झील में स्नान के गया विजय कुमार लापता हो गया था. विजय गांव मैटी, घरोह (धर्मशाला) का रहने वाला था. वह साल 2019 में लापता हो गया था. पुलिस के मुताबिक, विजय जब अपने अन्य साथियों के साथ लाम डल झील की यात्रा पर निकला था तो उसके अन्य साथी तो वापस आ गए, लेकिन वह गुम हो गया था. इस पर विजय कुमार की पत्नी ने अगस्त 2019 में मैकलोड़गंज थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.हालांकि, गुमशेदगी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने उसे ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन विजय कुमार का कोई सुराग हाथ नहीं लगा.
भेड़पालक ने देखा था शव
इस साल एक भेड़ पालक सुरेश कुमार ने स्थानीय पुलिस को एक सूचना दी कि पिछले साल लमडल की पहाड़ियों से गुजरते वक्त उन्हें एक नर कंकाल दिखाई दिया, हालांकि, वो किन्ही कारणों के चलते उस वक्त इस बाबत किसी को नहीं बता पाया. सुरेश कुमार की रिपोर्ट के बाद स्थानीय पुलिस ने मैकलोड़गंज थाने को इतलाह करते हुये तुरंत मौके पर जाकर उस नर कंकाल को अपने कब्जे में लिया.
परिजनों ने कपड़ों से की पहचानःएसपी
एएसपी वीर बहादुर ने बताया कि जब कंकाल के पास मिले कपड़ों से उसकी पहचान करवाने की पड़ताल शुरू की तो उन्हें अपने गुमशुदगी के पुराने मामलों को भी खंगालना शुरू किया, जिसमें विजय कुमार की फाइल भी सामने आई उसके बाद जब परिजनों से इस बाबत बात की गई तो परिजनों ने मौके पर आकर कंकाल के पास मिले कपड़ों से उसकी पहचान कर ली है. एएसपी वीर बहादुर की मानें तो नर कंकाल को पोस्ट मार्टम करके रिपोर्ट का इंतजार किया जाएगा, ताकि ये पता लगाया जा सके कि मौत की असली वजह क्या रही होगी.
कपड़ों से हुई पहचान
पांच साल से पहाड़ियों में रहने के चलते विजय का शव पूरी तरह से गल चुका था. महज चंद हड्डियां हीं बची हुई थी. इस दौरान पुलिस टीम को दो दिन का वक्त लगा. एक रात पुलिस को रास्ते में गुजारनी पड़ी और इस दौरान भालू के पैरों के निशान भी मिले. गौरतलब है कि नाम डल लेक का पैदल ट्रैक करीब 13 किमी का है. यहां पर त्रियुंड से होते हुए जाते हैं. करीब 4 हजार मीटर की ऊंचाई पर यह झील है और लोग ट्रैकिंग करते हुए यहां पर पहुंचते हैं. अब मैक्लोडगंज थाने की टीम ने नर-कंकाल को रिकवर किया है.
Tags: Best tourist spotFIRST PUBLISHED : November 22, 2024, 07:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed