तुम मेरे लायक नहीं हो सरकारी टीचर बनते ही ताना देकर पति को छोड़ा मिला तलाक
तुम मेरे लायक नहीं हो सरकारी टीचर बनते ही ताना देकर पति को छोड़ा मिला तलाक
Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक तलाक चर्चा का विषय बना हुआ. पति का कहना है कि 12 साल पहले उसकी पत्नी छोटे बेटे को लेकर उसे छोड़कर चली गई. इसके बाद उसकी सरकारी नौकरी लग गई. जब भी वह मिलने गया तो पत्नी ने बेरोजगारी का ताना मारकर भगा दिया. अब कोर्ट ने तलाक मंजूर कर लिया.
हाइलाइट्स कानपुर में 16 साल के लव मैरिज का द एंड तलाक के साथ हो गया सरकारी टीचर बनने के बाद पत्नी ने पति को बेडौल और बेरोजगार बताया
कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में 16 साल के लव मैरिज का द एंड तलाक के साथ हो गया. दरअसल, सरकारी नौकरी लगने के बाद एक महिला ने अपने पति को ‘बेडौल और मेरे लायक नहीं हो’ कहकर छोड़ दिया. सालों की कानूनी लड़ाई के बाद अब दोनों के बीच तलाक हो गया है. शिवांश अवस्थी ने बताया कि सन 2008 में लव मैरिज हुई थी. शादी के कुछ सालों में हमारे दो बच्चे भी हुए.
शिवांश ने बताया कि वह फार्मा के व्यवसाय से जुड़ा हुआ था. पत्नी ने पढ़ाई की जिद की तो बच्चों को संभालने के लिए अपना काम बंद कर दिया और उसे पढ़ाया. उसे बीएड करवाया, जिसके बाद उसकी नौकरी सहायक अध्यापिका के रूप में इटावा जनपद में लग गई. इसके बाद छोटे बेटे को लेकर वह वहीं रहने लगी. ससुराल आना-जाना छोड़ दिया. जब भी मैं मिलने जाता तो मुझे बेडौल और अपने लायक न होने की बात करने लगी.
नौकरी लगने के बाद वह छोटे बेटे को लेकर चली गई
शिवांश ने बताया कि इस बीच पारिवारिक लोगों से मध्यस्थता कराने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी. इतना ही नहीं बड़े बेटे की कस्टडी लेने की एप्लीकेशन भी कोर्ट में डाल दिया और मेरे और परिवार के ऊपर दहेज़ उत्पीड़न समेत कई तरह के मुकदमे भी दर्ज करवा दिए. शिवांश ने बताया कि शादी के बाद मन मुताबिक पढ़ाई लिखाई कराई, लेकिन नौकरी लगने के बाद वह छोटे बेटे को लेकर चली गई. बड़े बेटे को भी देने का दबाव बनाने लगी. अब सालों की कानूनी लड़ाई के बाद कोर्ट ने तलाक मंजूर कर लिया है.
दोनों ने 2008 में लव मैरिज की थी
शिवांश के वकील अनूप शुक्ला ने बताया कि दोनों ने 2008 में लव मैरिज की थी. दोनों की मुलाक़ात यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान हुई थी. 2009-2010 में पत्नी की जिद पर उसने उसे बीएड की पढ़ाई करवाई. शादी के बाद से ही घर के काम में पत्नी की रूचि नहीं थी. इस बीच शिवांश की मां की तबियत ख़राब हो गई तो अचानक से पत्नी छोटे बेटे को लेकर घर से चली गई. इसके बाद 2012 से ही दोनों अलग-अलग रह रहे थे. वकील ने बताया कि 2015 में उसकी सरकारी नौकरी लग गई. इसके बाद पति जब भी मिलने गया तो उसे बेरोजगार बताकर भगा दिया. इतना ही नहीं बड़े बेटे की कस्टडी के लिए भी आवेदन कर दिया. पत्नी की प्रताड़ना से परेशान पति ने तलाक की अर्जी दाखिल कर दी. लेकिन सुनवाई के दौरान पत्नी एक बार भी नहीं पहुंची, जिसके बाद कोर्ट तलाक मंजूर कर लिया.
Tags: Kanpur news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : September 6, 2024, 11:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed