इमली के पेड़ से प्रकट हुए थे हनुमान जी नहीं मिल पाया एक पैर लगड़े बाबा है नाम
इमली के पेड़ से प्रकट हुए थे हनुमान जी नहीं मिल पाया एक पैर लगड़े बाबा है नाम
इस हनुमान गढ़ी धाम में हनुमान जी को गेंहू, गुड़, धनिया विशेष प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस प्रसाद को चढ़ाने से लंगड़ बाबा यानी कि हनुमान जी अत्यंत प्रसन्न होते हैं और लोगों की सारी मन्नतें पूरा करते हैं.
विशाल तिवारी/ सुल्तानपुर: कहते हैं कि मानो तो देव नहीं तो पत्थर…कुछ ऐसे ही मान्यताएं हमारे आसपास समाज में प्रचलित हो जाती है, जिसमें लोगों की गहरी आस्था जुड़ जाती है. आज हम कुछ ऐसी ही एक मान्यता बताने वाले हैं, जो उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में प्रभु हनुमान जी से जुड़ी हुई है. दरअसल सुल्तानपुर जिले के रायबरेली रोड पर धम्मौर गांव में एक हनुमानगढ़ी धाम स्थित है, जहां लोगों की मान्यता है कि इस धाम में पहले एक इमली का पेड़ हुआ करता था और उसी इमली के पेड़ से हनुमान जी प्रकट हुए थे. इसीलिए इस धाम को अत्यंत प्रसिद्धि प्राप्त हुई और लोगों की आस्था जुड़ती चली गई.
आज तक नहीं मिल सका एक पैर
आज से 300 वर्ष पहले जब इस स्थल के बारे में लोगों को पता चला और महंतों द्वारा इसकी खुदाई करवाई गई तो इमली के पेड़ से सटी हुई हनुमानजी की एक मूर्ति मिली, लेकिन उस मूर्ति में हनुमानजी का एक पैर गायब था. जिसको लेकर महंतों ने उस जगह पर लगभग 30 फुट और खुदाई करवाई, लेकिन फिर भी एक पैर न मिल सका, जिस वजह से लोग इनको लगड़े बाबा कहने लगे.
चढ़ता है विशेष प्रसाद
इस हनुमान गढ़ी धाम में हनुमान जी को गेंहू, गुड़, धनिया विशेष प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस प्रसाद को चढ़ाने से लगड़े बाबा यानी कि हनुमान जी अत्यंत प्रसन्न होते हैं और लोगों की सारी मन्नतें पूरा करते हैं. जिससे लोगों की श्रद्धा और अधिक बढ़ जाती है.
इस दिन होती है हजारों की भीड़
वैसे तो प्रत्येक मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं, लेकिन भाद्रपद माह के अंतिम मंगलवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं और इस दिन हनुमान जी को विशेष स्नान करवाकर भव्य चोला पहनाया जाता है और श्रृंगार किया जाता है.
Tags: Hanuman Temple, Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : September 2, 2024, 09:39 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है. Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed