झारखंड के आदिवासियों ने बीजेपी को क्यों नकारा CM हेमंत सोरेन का पहला इंटरव्यू
झारखंड के आदिवासियों ने बीजेपी को क्यों नकारा CM हेमंत सोरेन का पहला इंटरव्यू
Jharkhand Chunav Result: बीजेपी की पूरी टीम के सामने अड़े रहना... फिर लड़ते रहना... यह जज्बा झारखंड की जनता को भा गया और जबरदस्त जीत के साथ सत्ता में हेमंत सोरेन की वापसी हो रही है. इस मौके पर उन्होंने एक इंटरव्यू दिया है जिसमें उन्होंने बीजेपी की राजनीति से लेकर मईयां सम्मान योजना पर बात की. उन्होंने पिता शिबू सोरेन और कल्पना सोरेन के बारे में भी खास बातों का जिक्र किया.
हाइलाइट्स हेमंत सोरेन नेझारखंड विधानसभा चुनाव जीत का श्रेय जनता को दिया. हेमंत सोरेन ने बताया कि आदिवासियों ने बीजेपी को वोट क्यों नहीं दिया. कल्पना सोरेन और शिबू सोरेन के सहयोग का भी हेमंत सोरेन ने जिक्र किया.
cरांची. झारखंड विधानसभा चुनाव में तमाम अटकलबजियों और कयासों को पीछे छोड़ते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. हेमंत सोरेन की दोबारा सत्ता में वापसी तय हो चुकी है. इस जबरदस्त जीत का श्रेय भी सीएम हेमंत सोरेन को ही मिल रहा है. 50 से अधिक सीटों पर आगे चल रहे इंडिया अलायंस की जीत सुनिश्चित देख हेमंत सोरेन ने एक अखबार को अपना इंटरव्यू दिया है. इसमें उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान आई परेशानियों से लेकर जीत की रणनीतियों जैसे तमाम पहलुओं पर बात की. उन्होंने यह भी बताया कि बीजेपी को उन्होंने कहां और कैसे पछाड़ दी और बीजेपी कहां चूक कर गई. सीएम हेमंत सोरेन ने चुनाव प्रचार के दौरान अपनी तकलीफों और पत्नी के साथ और पिता के नाम का सहारा होने को लेकर भी बेबाकी से अपनी बात रखी है. हेमंत सोरेन ने जीत का श्रेय झारखंड की जनता को देते हुए कहा कि हमने तैयारी तो की और अपनी बात लोगों तक पहुंचने में सफल भी रहे, लेकिन जनता ने मुझ पर यकीन किया यह बड़ी बात है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार की मईयां सम्मान योजना का फायदा गठबंधन को मिला. हेमंत सोरेन ने कहा कि मईयां योजना और महिलाओं का समर्थन मिलने को लेकर कहा कि, यह बात सही है कि झारखंड गरीब राज्यों में से एक है, जहां लोगों के लिए एक-एक रुपया बहुत ज्यादा मायने रखता है. मईंया सम्मान योजना यहां सफल साबित हुआ है और हमारा फोकस यहां के लोगों की सोशल सिक्योरिटी पर रहेगा. यही हमारी पहली प्राथमिकता है और उसी का रिजल्ट हमें देखने को मिला है.
हेमंत सोरेन ने बताया कैसे जीत की राह बनाई
हेमंत सोरेन ने भाजपा के बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे को लेकर कहा कि उन्होंने (बीजेपी) सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की बात की हिंदुत्व और घुसपैठ का मुद्दा उठाया, लेकिन हमने विकास की बात की और लोगों का भरोसा जीता. हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासियों ने बीजेपी को वोट इसलिए नहीं दिया कि मेरे पिता शिबू सोरेन हैं. हेमंत सोरेन ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने झारखंड में जीत की बुनियाद कैसे रखी, जीत की रणनीति कैसे बनाई… उन्होंने कहा कि हमने झारखंड की लड़ाई की पहले से ही तैयारी कर रखी थी. इसके लिए बड़ी टीम बनाई थी और ग्राउंड लेवल पर जाकर काम किया. टीम वर्क ने यह चीजें डिलीवर की और लोगों तक मैसेज पहुंचाया.
आदिवासियों ने बीजेपी को क्यों नकारा, हेमंत ने बताया
आदिवासी समुदाय का वोट भाजपा को नहीं मिलने को लेकर हेमंत सोरेन ने बड़ी बेबाकी से कहा कि यह मेरे पिताजी के नाम के कारण हुआ. इसका श्रेय पिता शिबू सोरेन को जाता है. उन्होंने कहा कि हमारे पिताजी की बहुत बड़ी सफलता रही है कि उन्होंने यहां आदिवासी आबादी को एक करके रखा है. यह चुनाव हमारे लिए बहुत कठिन था. यह पहली बार है जब किसी चुनाव प्रचार के दौरान पिताजी मेरे साथ नहीं थे, फिर भी लोगों ने हमारा साथ दिया, इसका मतलब है कि लोग उनका संघर्ष अभी नहीं भूले हैं.
बीजेपी की हिंदू-मुस्लिम राजनीति पर यह बोले हेमंत सोरेन
हिंदू मुस्लिम के मुद्दे को लेकर भाजपा के बारे में हेमंत सोरेन ने कहा कि यह लोगों पर निर्भर करता है कि वह कैसे उन बातों को लेते हैं और कैसे समझते हैं. उन्होंने कहा कि हमारे और जनता के बीच टीचर और स्टूडेंट वाला रिश्ता है. क्लास का टीचर और स्टूडेंट में बहुत अच्छा कोऑर्डिनेशन होना चाहिए. सीएम सोरेन ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भी हमने देखा था और हमने इस पर और काम किया. उस समय जेल में था, अगर जेल में नहीं होते तो लोकसभा चुनाव का भी रिजल्ट कुछ अलग होता.
हमने सब करेक्ट किया, इस बार एक से भले दो थे-हेमंत सोरेन
हेमंत सोरेन ने कहा कि इस बार हमने रणनीति के लिहाज से पूरे झारखंड को करेक्ट करने की कोशिश की. हेमंत सोरेन ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद उसे समय भी वन मैन आर्मी टाइप से कल्पना सोरेन का मूवमेंट था, इस बार तो हमलोग एक से भले दो थे तो इस बार चीजों को हमने थोड़ा करेक्ट किया. इसमें ईस्ट-वेस्ट नॉर्थ-साउथ सबको करेक्ट किया. टफ टास्क जरूर था, लेकिन यह रिजल्ट आपके सामने है.
ऐसा इलेक्शन हमने नहीं देखा, आगे देखेंगे भी नहीं-हेमंत
हेमंत सोरेन ने कहा कि भाषण के दौरान पर्सनल प्रेशर में था हम पर बहुत ज्यादा दबाव था, इतना कि हम आपको बात नहीं सकते. हमलोगों की क्या हालत थी कि जब हम स्पीच देते थे तो लगता था कि हमारे गले के अंदर खून निकल रहा है. हम लोगों ने इतनी ज्यादा भाषण दिया है, बहुत दर्द था. ऐसा इलेक्शन मैंने पहले कभी नहीं देखा और हमको लगता है कि आगे भी कभी नहीं देखने को मिलेगा.
Tags: CM Hemant Soren, Jharkhand PoliticsFIRST PUBLISHED : November 23, 2024, 17:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed