Katehari Seat: सरयू तीरे… राम को पार कराने वालों ने ही बीजेपी की नैया पार लगाई

अंबेडकरनगर जिले की कटेहरी विधान सभा सीट पर बीजेपी की नैया निषाद समुदाय ने पार करा दी. एसपी का गढ़ बन चुकी इस सीट को 21वीं सदी में बीजेपी ने पहली बार जीता है. जानिए यहां की कहानी.

Katehari Seat: सरयू तीरे… राम को पार कराने वालों ने ही बीजेपी की नैया पार लगाई
छह महीने पहले समाजवादी पार्टी ने लोकसभा की फैजाबाद सीट जीत ली. गैरभाजपा दल इसे लेकर पहला मौका पाते ही बीजेपी की फजीहत करते हैं. ताने देते हैं- राम को मंदिर में लाने वालों को अयोध्या ने हरा दिया. लेकिन अयोध्या से सटी एक सीट पर 33 साल बाद बीजेपी का वनवास खत्म हुआ है. ये भी रोचक है बीजेपी की नइया के खेवनहार वही निषाद समुदाय के लोग बने जिन्होंने कभी राम को नदी पार कराया था. 21वीं सदी में पहली जीत इक्सवीं सदी में बीजेपी को यहां से जीत का जायका पहली बार मिल पाया. अयोध्या से महज 42 किलोमीटर दूरी वाली इस सीट से कमल चुनाव निशान लेकर 1991 में बीजेपी के अनिल कुमार तिवारी विधान सभा पहुंच पाए थे. उस समय उन्होंने बीएसपी के राम देव वर्मा को हराया था. मंदिर आंदोलन भी नहीं हुआ था. ‘मंडल’ लागू हो चुका था, लेकिन विवादित ढांचा नहीं गिराया गया था. ढांचा गिराए जाने के बाद जो चुनाव हुआ उसमें फिर से वही राम देव वर्मा कटेहरी से विधायक बन गए. इसके बाद 1996 से 2007 तक बीएसपी के धर्मराज निषाद ने इस सीट का प्रतिनिधित्व किया. 2012 में समाजवादी पार्टी के धर्मराज निषाद ने चुनाव जीता. अगली बार 2017 में लालजी वर्मा बीएसपी से और एसपी से विधायक रहे. समाजवादी पार्टी के टिकट पर उन्हीं के सांसद चुन लिए जाने के कारण यहां उपचुनाव हुए. लालजी वर्मा की साख चूंकि एसपी मानती थी कि लालजी वर्मा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है, लिहाजा पार्टी ने उनकी पत्नी शोभावती वर्मा को मैदान में उतारा. बीजेपी ने भी उनको टक्कर देने के लिए धर्मराज निषाद को टिकट दिया. धर्मराज निषाद 1996 से 2007 तक तीन बार यहां से विधायक रह चुके थे. लेकिन उस वक्त वे बीएसपी में थे. निषाद वोटरों की बहुलता इस सीट पर निषाद समुदाय बहुतायत में है. बीएसपी में उनके लड़ने पर बीएसपी के मूल वोटबैंक से जुड़ कर ये समुदाय निर्णायक स्थिति में होता था. इस बार भी ये समुदाय था, लेकिन बीएसपी भी यहां चुनाव लड़ रही थी. उसके वोटों को तोड़ना आसान नहीं था. बीएसपी के इस वोट बैंक को तोड़ने का काम किया सीएम योगी आदित्यनाथ के बंटोगो तो कटोगे के नारे ने. योगी ने पूरी ताकत यहां का चुनाव प्रचार मैनेज कराया. ये भी पढ़ें : महाराष्ट्र में मिला BJP को मिला नया चाणक्य,एक झटके में पलट दी पूरी बाजी, झारखंड में बगलें झांकते रह गए हिमंत विस्व सरमा एसपी के साथ नहीं गए निषाद दूसरी ओर निषादों को साथ न ले पाने का खामियाजा समाजवादी पार्टी को भुगतना पड़ा. बीएसपी ने अपना उम्मीदवार उतरा था. माना जा सकता है कि ये वोट भी एसपी के हो सकते थे. साइकिल को इस सीट पर बड़ा झटका लगा और तकरीबन 30 हजार वोटों से बीजेपी के धर्मराज निषाद ने शोभावती वर्मा को हरा दिया. Tags: Assembly by election, BJP, By election, Samajwadi partyFIRST PUBLISHED : November 23, 2024, 17:08 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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