ये है देश का इकलौता ड्रग रिपॉजिटरी शोध के लिए मौजूद हैं दुर्लभ जड़ी-बूटियां
ये है देश का इकलौता ड्रग रिपॉजिटरी शोध के लिए मौजूद हैं दुर्लभ जड़ी-बूटियां
Jhansi News: 10 करोड़ की लागत से बने इस औषधि संग्रहालय में 500 से अधिक जड़ी बूटियों को संग्रहित करके रखा गया है. वर्तमान में यहां हिमालय, अरावली की पहाड़ियां और कन्याकुमारी के जंगलों से जड़ी-बूटी को यहां लाकर रखा गया है. कई प्रकार के औषधीय पौधे भी यहां लगाए गए हैं.
झांसी /शाश्वत सिंह: झांसी में देश का इकलौता औषधि संग्रहालय बना हुआ है. केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान झांसी में राष्ट्रीय मानक औषधि संग्रहालय यानी नेशनल रॉ ड्रग रिपॉजिटरी बना हुआ है. यहां देशभर की दुर्लभ औषधियां और जड़ी बूटियां संग्रहित करके रखी गई हैं. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से लेकर पूर्वोत्तर राज्यों के इलाकों में मिलने वाली जड़ी बूटियां आपको यहां मिल जाएंगी. आयुष मंत्रालय द्वारा यह संग्रहालय बनाया गया है.
10 करोड़ की लागत से बने इस औषधि संग्रहालय में 500 से अधिक जड़ी बूटियों को संग्रहित करके रखा गया है. वर्तमान में यहां हिमालय, अरावली की पहाड़ियां और कन्याकुमारी के जंगलों से जड़ी-बूटी को यहां लाकर रखा गया है. कई प्रकार के औषधीय पौधे भी यहां लगाए गए हैं. इसके जड़, फूल और पत्ती से शोध करने का विकल्प दिया गया है. विद्यार्थी भी यहां आकर इनको देख सकते हैं. इसके साथ ही आयुर्वेदिक दवाई बनाने वाली कंपनियां भी इस लैब में आती हैं. इस संग्रहालय के चार रीजनल ऑफिस भी चेन्नई, गाजियाबाद, जयपुर और नई दिल्ली में बनाए गए हैं.
जड़ी-बूटी खरीद भी सकते हैं विद्यार्थी
केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान के सहायक निदेशक डॉ. सी. वेंकट नरसिम्हा जी ने बताया कि यह देश का एकमात्र ड्रग रिपॉजिटरी है. विद्यार्थी और शोधार्थी यहां आकर दुर्लभ जड़ी बूटियां देख सकते हैं. प्रवेश बिल्कुल निःशुल्क है. इसके साथ ही अगर कोई विद्यार्थी या शोधार्थी चाहे तो किसी जड़ी बूटी को खरीद भी सकते हैं. इसके लिए रेट तय कर दिए गए हैं. कई शोधार्थी यहां से शोध कार्य के लिए जड़ी बूटी लेकर जा भी चुके हैं.
Tags: Jhansi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : July 1, 2024, 17:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed