प्रोस्टेट कैंसर मरीजों के लिए राहत भरी खबर PGI में रोबोट से इलाज शुरू

Prostate Cancer Treatment: लखनऊ पीजीआई से यूरोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र से राहत वाली खबर आई है. यहां अब पुरुषों में होने वाले प्रोस्टेट कैंसर का आसानी से इलाज हो सकता है. इससे मरीजों को काफी राहत मिलेगा.

प्रोस्टेट कैंसर मरीजों के लिए राहत भरी खबर PGI में रोबोट से इलाज शुरू
अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ: पुरुषों में होने वाला सबसे ज्यादा प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा रहता है, जिससे पुरुषों को ना सिर्फ पेशाब करने में दिक्कत होती है, बल्कि उनकी सेक्स संबंधित जिंदगी भी लगभग खत्म हो जाती है. प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों के लिए एक अच्छी खबर है. क्योंकि लखनऊ पीजीआई ने एक ऐसी सर्जरी कर दिखाई है, जो दुनिया के किसी भी कोने में अब तक डॉक्टरों ने नहीं की है. प्रोस्टेट कैंसर का अब होगा सफल इलाज मेडिकल के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि और दुनिया भर के प्रोस्टेट कैंसर मरीजों के लिए उम्मीद की किरण के रूप में डॉ. उदय प्रताप सिंह और उनकी टीम ने संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआईएमएस), लखनऊ में दुनिया की पहली ट्रांस वेसिकल मल्टीपोर्ट रोबोटिक रेडिकल प्रॉस्टेटेक्टॉमी को सफलतापूर्वक कर लिया है. बता दें कि इसे 26 जून को किया गया था. यह सर्जरी यूरोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी के क्षेत्र में मरीज के लिए एक राहत भरी सुविधा लेकर आई है, जिससे अब मरीजों का इलाज और भी ज्यादा आसान हो जाएगा. इस तरह हुई सर्जरी डॉ. उदय प्रताप सिंह ने बताया कि ट्रांस वेसिकल मल्टीपोर्ट रोबोटिक रेडिकल प्रॉस्टेटेक्टॉमी एक नई सर्जिकल तकनीक है, जिसमें प्रोस्टेट ग्रंथि को मूत्राशय के माध्यम से रोबोट की सहायता से हटाया जाता है. यह पारंपरिक विधियों की तुलना में कम दर्द और मरीजों के लिए तेजी से रिकवरी और उनकी त्वचा को कोई नुकसान नहीं होने देती है और यह काफी फायदेमंद होती है. इस तकनीक के ये हैं फायदे डॉ. उदय प्रताप सिंह ने बताया कि यौन कार्य का संरक्षण कई प्रोस्टेट कैंसर मरीजों के लिए एक महत्वपूर्ण चिंता है. रोबोटिक ट्रांस वेसिकल तकनीक की सटीकता और न्यूनतम आक्रामकता न्यूरोवास्कुलर बंडलों को संरक्षित करने में मदद करती है, जो इरेक्टाइल फंक्शन के लिए जिम्मेदार होते हैं जिससे यौन स्वास्थ्य की जल्दी और पूरी तरह से पुनः प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस सर्जरी में बढ़ी हुई, सटीकता और नियंत्रण अधिक निपुणता (रोबोटिक भुजाएं) सर्जन को प्रोस्टेट जैसे तंग स्थानों में अधिक कुशलता से ऑपरेशन करने की अनुमति देती हैं. छोटे चीरे घाव के निशान और ऑपरेशन के बाद की जटिलताओं की संभावना कम होती है. मरीज को अस्पताल में कम समय तक रहना पड़ता है. Tags: Local18, Lucknow city, Lucknow latest news, Lucknow newsFIRST PUBLISHED : June 30, 2024, 10:16 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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