आत्महत्या का ख्याल आते ही रिश्तेदारों को अलर्ट करेगा ये ऐप जानें कैसे
आत्महत्या का ख्याल आते ही रिश्तेदारों को अलर्ट करेगा ये ऐप जानें कैसे
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार भारत में आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. खासतौर से युवाओं में आत्महत्या के मामले देश के लिए ना सिर्फ चिंता का विषय हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में देश में कुल 1.71 लाख लोगों ने आत्महत्या की थी.
झांसी. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय आत्महत्या के मामले रोकने के लिए एक नया प्रयास कर रहा है. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में साइकोलॉजिकल एसेसमेंट ऐप बनाया जा रहा है. यह ऐप यूजर में आत्महत्या का विचार हावी होते ही सगे संबंधियों को अलर्ट मैसेज भेज देगा. इस ऐप को बनाने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ साइंस ने 5 करोड़ रुपए दिए हैं. यह ऐप तैयार किया जा चुका है. जल्द ही इसे लॉन्च किया जाएगा.
गौरतलब है कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार भारत में आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. खासतौर से युवाओं में आत्महत्या के मामले देश के लिए ना सिर्फ चिंता का विषय हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2022 में देश में कुल 1.71 लाख लोगों ने आत्महत्या की थी. साथ ही 2022 में आत्महत्या करने वालों में 13,714 बेरोज़गार और 13,089 छात्र भी शामिल हैं.
आत्महत्या रोकने में मदद करेगा मोबाइल ऐप
एक्सपर्ट के अनुसार पढ़ाई का तनाव, परीक्षा में असफलता या किसी अन्य तनाव की वजह से आए दिन छात्र आत्महत्या कर रहे हैं. इन्हें रोकने के कई प्रयास किए जाते हैं लेकिन वह कारगर साबित नहीं हो रहे हैं. इस पर रोक लगाने के लिए डीएसटी ने उत्तर प्रदेश के एकमात्र संस्थान बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को 5 करोड़ रुपए दिए हैं. विश्वविद्यालय के इनोवेशन सेंटर में मोबाइल ऐप और सेंसर युक्त कलाई बैंड बनाने का काम तेजी से चल रहा है. यह दोनों एक दुसरे के साथ जुड़े हुए हैं.
ऐसे काम करेगा ये मोबाइल ऐप
इनोवेशन सेंटर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. लवकुश द्विवेदी ने बताया कि जैसे ही किसी के मन में आत्महत्या का विचार आएगा, वैसे ही यह मोबाइल ऐप सक्रिय हो जाएगा. तनाव और आत्महत्या के विचार का ग्राफ 50 फीसदी पहुंचने पर मोबाइल में फीड सगे-संबंधियों के नंबर पर अलर्ट मैसेज भेजेगा. मैसेज में इस बात का जिक्र होगा की कोई उनका अपना आत्महत्या करने की राह पर है. तनाव का ग्राफ जैसे ही 90 फीसदी पहुंचेगा, मैसेज हर घंटे आना शुरु हो जाएगा. डॉ. लवकुश के अनुसार मोबाइल ऐप का ट्रायल शुरु हो चुका है. मोबाइल ऐप को जल्द ही पेटेंट करवा लिया जाएगा.
Tags: Jhansi news, Local18, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 18, 2024, 18:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed