जम्मू-कश्मीर: चुनाव आयोग ने बुलाई सभी दलों की बैठक नए वोटर लिस्ट पर होगी चर्चा

Jammu Kashmir Election Commission: मतदाता सूची के मसौदे पर मुहर लगाने से पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) हिरदेश कुमार सभी दलों से चर्चा करना चाहते हैं. ये बैठक 5 सितंबर को जम्मू के निर्वाण भवन में होगी.

जम्मू-कश्मीर: चुनाव आयोग ने बुलाई सभी दलों की बैठक नए वोटर लिस्ट पर होगी चर्चा
हाइलाइट्स मतदाता सूची के मसौदे पर होगी चर्चाजम्मू में सोमवार शाम 4 बजे बैठकविकार रसूल ने कहा कि वे बैठक में हिस्सा लेंगे जम्मू. मुख्य चुनाव आयुक्त जम्मू कश्मीर ने सोमवार शाम 4:00 बजे जम्मू में सर्वदलीय बैठक बुलाई है. केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनावों को लेकर ये बैठक अहम होगी. माना जा रहा है कि इस मीटिंग में नए वोटर लिस्ट को लेकर चर्चा हो सकती है. दरअसल हाल के दिनों 25 लाख नए वोटरों को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है. दावा किया जा रहा है कि बाहर के लोगों को इस लिस्ट में शामिल किया गया है. इन्हीं अफवाहों पर मुख्य चुनाव आयुक्त सभी पार्टियों से बात कर सकते हैं. मतदाता सूची के मसौदे पर मुहर लगाने से पहले जम्मू-कश्मीर के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) हिरदेश कुमार सभी दलों से चर्चा करना चाहते हैं. ये बैठक 5 सितंबर को जम्मू के निर्वाण भवन में होगी. सीईओ कार्यालय के एक अधिकारी के मुताबिक इस बैठक के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस, बीजेपी, कांग्रेस, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी सहित सभी प्रमुख दलों को सोमवार शाम 4 बजे होने वाली बैठक के लिए सीईओ कार्यालय द्वारा आमंत्रित किया गया है. विवाद पर साफई! प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकार रसूल ने कहा कि वे बैठक में हिस्सा लेंगे. भाजपा के महासचिव (संगठन) अशोक कौल ने पुष्टि की कि उन्हें बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है. ये बैठक मुख्य निर्वाचन अधिकारी की इस टिप्पणी पर चल रहे विवाद के बीच बुलाई गई है जिमसें कहा गया था कि कि जम्मू को मतदाताओं के विशेष सारांश संशोधन के बाद बाहरी लोगों सहित अतिरिक्त 20-25 लाख मतदाता मिलेंगे.सूत्रों ने कहा कि सीईओ अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस से उत्पन्न आशंकाओं और संदेहों को भी दूर कर सकते हैं. चुनाव आयोग की सफाई सीईओ की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मतदाता सूची के सारांश संशोधन के बाद 25 लाख मतदाताओं के संभावित जोड़ की रिपोर्ट को खारिज कर दिया था और विवाद को ‘निहित स्वार्थों द्वारा तथ्यों की गलत बयानी’ करार दिया था. सीईओ के बयान को राजनीतिक प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा था. फारूक अब्दुल्ला ने इस मुद्दे पर एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की थी. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी | Tags: Election commission, Jammu and kashmirFIRST PUBLISHED : September 04, 2022, 10:35 IST