2 ग्राम का ये जानवर 25 मिनट में तबाह कर देगा गन्ने की फसल! ऐसे करें बचाव
2 ग्राम का ये जानवर 25 मिनट में तबाह कर देगा गन्ने की फसल! ऐसे करें बचाव
ये बड़ी संख्या में एक साथ हमला करते हैं और फसल को चंद मिनटों में नष्ट कर देते हैं. जानकारों के मुताबिक, एक टिड्डी दिनभर में 100 से 150 किमी तक उड़ सकती और 20 से 25 मिनट में ही पूरी फसल बर्बाद कर सकती है.
शाहजहांपुर : टिड्डे गन्ने की फसल के लिए एक गंभीर समस्या हैं. टिड्डी का वजन महज 2 ग्राम होता है. टिड्डी खाती भी इतना ही है. लेकिन, जब यही टिड्डी लाखों-करोड़ों की तादाद में झुंड बनाकर हमला कर दे, तो चंद मिनटों में ही पूरी की पूरी फसल बर्बाद कर सकती है. ये बड़ी संख्या में एक साथ हमला करते हैं और फसल को चंद मिनटों में नष्ट कर देते हैं. जानकारों के मुताबिक, एक टिड्डी दिनभर में 100 से 150 किमी तक उड़ सकती और 20 से 25 मिनट में ही पूरी फसल बर्बाद कर सकती है.
टिड्डे गन्ने की पत्तियों को खाकर उन्हें नष्ट कर देते हैं. इससे पौधे की प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया प्रभावित होती है. कई बार टिड्डे गन्ने के तने को भी काट देते हैं, जिससे पौधा सूख जाता है. टिड्डों के हमले से गन्ने की उपज में काफी कमी आ जाती है. ऐसे में जरूरी है कि किसान सितंबर के महीने में गन्ने में टिड्डे देखने पर तुरंत नियंत्रित करें. किसान रासायनिक तरीके से टिड्डो का खात्मा कर सकते हैं.
पत्तियां पड़ जाएंगी पीली
उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान की वैज्ञानिक अधिकारी डॉ नीलम कुरील ने बताया कि मानसून के दिनों में गन्ने की फसल में टिड्डे हमला कर देते हैं. इनकी संख्या काफी ज्यादा होती है. यह ऊपर की 4 से 5 पत्तियों में छेद कर देते हैं जिसकी वजह से पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं. प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है. गन्ने के पौधे की बढ़ावार रुक जाती है. चीनी परता में भी गिरावट आती है. गन्ने की गुणवत्ता खराब हो जाती है. जरूरी है कि समय पर टिड्डों का नियंत्रण किया जाए.
कैसे करें टिड्डों का नियंत्रण?
डॉ नीलम कुरील ने बताया कि गन्ने की फसल में टिड्डे देखे जानें पर किसान 450 ml प्रोफ़ेनोफ़ॉस 40% ईसी + सायपरमैथ्रीन 4% ईसी (Profenofos 40% + Cypermethrin 4%) दवा को लेकर 625 लीटर पानी में मिला लें. यह घोल एक हेक्टयर फसल में छिड़काव करने से गन्ने में कीटों का नियंत्रण हो जाएगा. अगर दोबारा से टिड्डों का प्रकोप दिखे तो किसान इतनी ही मात्रा में दवा का घोल बनाकर छिड़काव कर सकते हैं. जिससे किसानों की गन्ने की फसल पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएगी.
Tags: Agriculture, Local18, Shahjahanpur News, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 15:11 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed