विशाल झा /गाज़ियाबाद: हम सभी कुछ न कुछ बनने का सपना देखते हैं. लेकिन जरूरी नहीं है कि वो सपना पूरा हो. ऐसा होने पर कुछ लोगों आगे बढ़ जाते हैं, तो कुछ अलग तरीके से अपने सपने को साकार करने की कोशिश करते हैं. ऐसी ही कहानी आज हम आपके लिए लेकर आए हैं. इंस्पायरिंग इतनी है कि आप सुनते ही कहेंगे ‘वाह.’
यहां फौजियों का मुफ्त होता है इलाज
कहानी है गाजियाबाद के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर बृजपाल त्यागी की.जिनके गेट के बाहर लगा एक नोटिस हमेशा लोगों के आकर्षण का केंद्र रहा है. इस नोटिस में लिखा है , ‘आप हमारी फीस बॉर्डर पर ही दे चुके हैं. अब आपको कोई फीस देने की जरूरत नहीं है.’ इस अस्पताल में फौजियों से इलाज के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता. फिर चाहे वो सामान्य सर्दी जुकाम हो या फिर गले के कैंसर जैसा बड़ा रोग.
खुद बनना था फौजी
डॉ बृजपाल त्यागी बताते है कि आज भी सेना की वर्दी देखने के बाद उनके रोंगटे खड़े हो जाते है. बचपन से ही उन्हें यह वर्दी काफी आकर्षित करती थी. फौज में भर्ती होने के लिए डॉक्टर बृजपाल त्यागी ने आवेदन भी किया था और परिश्रम करके अपना सिलेक्शन भी पाया था.लेकिन साल 1989 में उनके अभिभावक और परिवार वालों ने इस बात पर सहमति नहीं दी कि यह फौज में देश की सेवा कर सके. क्योंकि डॉक्टर बृजपाल त्यागी अपने घर के अकेले बेटे थे. बेशक तब डॉक्टर बृजपाल त्यागी फौज में न शामिल हो पाए हो. लेकिन इसके बाद उन्होंने फौजियों की सेवा करने का संकल्प लिया जो आज तक चल रहा है.
कहना गलत नहीं होगा कि वो आज भी अपने काम से जरूरतमंद लोगों की मदद कर रहे हैं.
Tags: Inspiring story, Local18FIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 08:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed