बाराबंकी/संजय यादव: किसान बरसात के समय में बेहतर मुनाफे वाली खेती करना चाहते हैं. बारिश के मौसम में होने वाली खरीफ फसलों में धान, मक्का, बाजरा, ज्वार और मूंग आदि फसलें है. तिल किसानों के लिए नकदी फसल है, जिसकी बाजार मांग हर समय बनी रहती है. सर्दियों में तो इसकी मांग सबसे अधिक रहती है. तिल से कई तरह की मिठाई, गजक, लड्डू आदि बनाए जाते हैं.
तिल की खेती से कमाएं मुनाफा
तिल की खेती भी खरीफ फसलों में से एक है, जिसके लिये उपजाऊ जमीन की जरूरत नहीं होती. रेतीली-दोमट मिट्टी में इसकी बुवाई कर सकते हैं. वहीं, खरीफ सीजन के दौरान इसकी खेती करने से किसानों को काफी फायदा होता है. आमतौर पर जुलाई के महीने में तिल की खेती की जाती है. इसकी फसल के लिये अच्छी किस्म के बीजों का इस्तेमाल करें, क्योंकि खरीफ फसलों में तिल की खेती में लागत बहुत ही कम आती है और मुनाफा कई गुना.
बरसात में मिलेगा तगड़ा मुनाफा
जिला कृषि अधिकारी राजितराम ने बताया बरसात के सीजन में किसानों के लिए तिल की खेती बहुत ही अच्छी मानी जाती है, क्योंकि तिल की फसल को अधिक सिंचाई की जरूरत नहीं होती. ये उबड़-खाबड़ जमीन के अलावा ऊंची जगहों पर भी की जा सकती है. इसकी खेती में सिंचाई के लिये बारिश के पानी से ही पूर्ति हो जाती है. फिर भी कम बारिश की स्थिति में इस फसल में बहुत ही कम सिंचाई करनी पड़ती है.
कब करें तिल की बुवाई
तिल की बुवाई का समय पूरा जुलाई महीना माना जाता है. साथ ही इसके लिए बलुई दोमट मिट्टी के साथ खेत में जल निकासी की उचित व्यवस्था हो. तिल के बीज की किस्म जी एफ सिक्स वैरायटी की अच्छी पैदावार देती है. इसकी खेती में थोड़ी देखभाल करने की जरूरत पड़ती है. ऐसा इसलिए क्योंकि फसल पर रोग लगने का खतरा थोड़ा ज्यादा रहता है.
Tags: Agriculture, Barabanki News, Local18FIRST PUBLISHED : June 27, 2024, 17:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed