लखनऊ/अंजलि सिंह राजपूत: क्या आप जानते हैं हमारे देश में दो कोर्स ऐसे हैं जो एमबीबीएस (MBBS) के बराबर ही माने जाते हैं. इनके लिए आपको नीट एग्जाम क्वालीफाई करने की भी जरूरत भी नहीं है. इन कोर्स का नाम है मेंबैचलर ऑफ प्रोस्थेटिक्स ऑर्थोटिक्स और मास्टर इन प्रोस्थेटिक्स एंड ऑर्थोटिक्स. ये दोनों कोर्स देश-विदेश में नौकरी पाने की आपकी राह को आसान बना देंगे.
एमबीबीस की जगह कौनसा कोर्स करें?
डॉ. रंजीत कुमार ने बताया कि यह दोनों ही कोर्स शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय में कराए जा रहे हैं.पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राएं कृत्रिम अंगों और आर्थोपेडिक उपकरणों के डिजाइन, निर्माण और फिटिंग के बारे में पढ़ते हैं. इसमें बायोमैकेनिक्स, सामग्री, रोगी देखभाल और व्यावहारिक कौशल को शामिल किया गया है. इस पूरे कोर्स को रिहैबिलिटेशन काउंसिल ऑफ इंडिया कराता है.
इस तारीख तक करें आवेदन
डॉ. रंजीत कुमार ने बताया कि अगर किसी को इसमें आवेदन करना है तो यूजी में 30 जून तक और पीजी में 30 जुलाई तक आवेदन कर सकता है. विश्वविद्यालय की वेबसाइट https://dsmru.up.nic.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा.जो भी इस कोर्स को करता है उसे देश और विदेश दोनों में 5 से 8 लाख रुपए तक का पैकेज मिलता है.
सीट, फीस और शैक्षणिक योग्यता
इन कोर्स की यूजी में 25 सीटें हैं. जबकि पीजी में 10 सीटें रखी गई हैं. यूजी में पहले साल 36605 रुपए देने पड़ते हैं. जबकि दूसरे साल में 34500 देने होंगे. वहीं पीजी में पहले साल में 49000 देने होते हैं. जबकि दूसरे साल में 43000 देना होता है. यूजी साढ़े चार साल का होता है जिसमें 6 माह का इंटर्नशिप भी होती है. पीजी 2 साल का होता है, जिसको इसमें आवेदन करना हो वो 12वीं पास होना चाहिए और उसके पास 12वीं में साइंस बायो होनी चाहिए.
Tags: Education, Local18, MBBS studentFIRST PUBLISHED : June 15, 2024, 16:09 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed