Danta Assembly Election 2022: दंता विधानसभा सीट पर कांग्रेस का 25 सालों से कब्जा क्या बरकरार रहेगा वर्चस्व
Danta Assembly Election 2022: दंता विधानसभा सीट पर कांग्रेस का 25 सालों से कब्जा क्या बरकरार रहेगा वर्चस्व
Danta Assembly Election: दंता विधानसभा सीट पर 2017 के चुनावों में भी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी सीटिंग विधायक कांतिभाई कालाभाई खराडी ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस के कांतिभाई कालाभाई खराडी ने भाजपा के कोदरवी मालजीभाई नारायणभाई को 61,477 मतों के बड़े अंतराल 24,652 से हराया था. वहीं 2012 में भी कांग्रेस के कांतिभाई कालाभाई खराडी ही विधायक चुने गए थे. कांग्रेस पार्टी 1998 से लगातार 5 चुनावों में अपनी जीत दर्ज करती आई है.
हाइलाइट्सदंता सीट पर 1998 से कांग्रेस नहीं हारी एक भी चुनाव1967 व 1972 के चुनाव भी लगातार कांग्रेस ने जीतेकांग्रेस के बड़े गढ के रूप में मानी जाती है दंता विधानसभा
दंता. गुजरात की 182 सीटों पर इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इन विधानसभा सीटों में ऐसी कई विधानसभा हैं जहां पर कांग्रेस पार्टी की जबर्दस्त पकड़ है. इनमें से अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित दंता विधानसभा सीट (Danta Assembly Seat) भी एक है. इस सीट पर कांग्रेस पार्टी 1998 से लगातार 5 चुनावों में अपनी जीत दर्ज करती आई है.
कांग्रेस के लिए जहां अपनी साख को बचाने की कड़ी चुनौती सामने हैं. वहीं भाजपा अपनी साख को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने एमके बोम्बाडिया को चुनावी मैदान में उतारा है. साल 2017 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के सीटिंग विधायक कांतिभाई कालाभाई खराडी ने भाजपा के कोदरवी मालजीभाई नारायणभाई को वोटों के बड़े अंतराल 24,652 से शिकस्त दी थी.
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बनासकांठा संसदीय क्षेत्र की दंता विधानसभा सीट (एसटी आरक्षित) पर 2017 के चुनावों में भी कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी सीटिंग विधायक कांतिभाई कालाभाई खराडी ने जीत दर्ज की थी. कांग्रेस के कांतिभाई कालाभाई खराडी को 86,129 यानी 52.88 प्रतिशत वोट पड़े तो भाजपा के कोदरवी मालजीभाई नारायणभाई को 61,477 यानी 37.74 फीसदी मत प्राप्त हुए थे. दोनों के बीच मतों के जीत का बड़ा अंतराल 24,652 रहा. वहीं 2012 में भी कांग्रेस के कांतिभाई कालाभाई खराडी ही विधायक चुने गए थे.
खास बात यह है कि इस सीट पर कांग्रेस 1998 से अब तक एक भी चुनाव नहीं हारी है. कांग्रेस ने 1998, 2002 और 2007 के चुनाव भी लगातार जीते हैं. इसके चलते दंता विधानसभा को कांग्रेस के गढ के रूप में जाना जाता है. हालांकि इन चुनावों से पहले भी कांग्रेस कई बार विधानसभा चुनाव यहां से जीत चुकी है. साल 1967 में कांग्रेस के एफडी पटेल और 1972 में लालजीभाई रामजीभाई करेन ने भी जीत दर्ज की थी. वहीं, 1985 में भी कांग्रेस के बलदेवसिंह डी वघेला ने जेएनपी के इब्राहिम हबीबभाई को 7,666 मतों के अंतराल से हराकर जीत का परचम लहराया था.
इस सीट पर भाजपा अब तक सिर्फ 1990 और 1995 के चुनाव ही जीत पाई है. यहां से भाजपा के कचोरिया कांतिभाई धरमदास ही दो बार लगातार विधायक चुने गए हैं. हालांकि इस सीट पर 1975 में हरिसिंह चावड़ा ने एनसीओ के टिकट और 1980 में जेएनपी (जेपी) के प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की थी.
विधानसभा में मतदाताओं की संख्या 2.57 लाख से ज्यादा
गुजरात में कुल वोटरों की संख्या पर नजर डाली जाए तो यह 4,90,89,765 है. इनमें 2,53,36,610 पुरूष, 2,37,51,738 महिला और 1,417 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. बनासकांठा जिला और लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली दंता विधानसभा सीट (Danta Assembly Seat) पर कुल मतदाताओं की संख्या 257655 है. इनमें से 132239 पुरूष और 125413 महिला मतदाता हैं.
संसदीय सीट पर भाजपा काबिज
दंता विधानसभा सीट बनासकांठा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती है. इस सीट पर 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के परबतभाई सवभाई पटेल ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के पार्थीभाई गलबाभाई भटोल को 3,68,296 मतों के अंतराल से शिकस्त देकर जीत दर्ज की थी. इस सीट पर 2014 का चुनाव भी भाजपा के चौधरी हरिभाई पार्थीभाई ने 2,02,334 मतों के अंतर से जीता था.
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Tags: Assembly election, Gujarat ElectionsFIRST PUBLISHED : November 15, 2022, 12:59 IST