उड़ान में हो रही देरी पर अब भरना पड़ेगा प्रतिदिन 10 लाख रुपए जुर्माना

Noida International Airport: नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि सरकार से जुर्माना कम कराने को लेकर बातचीत करने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि, जुर्माना कम किए जाने की संभावनाएं.....

उड़ान में हो रही देरी पर अब भरना पड़ेगा प्रतिदिन 10 लाख रुपए जुर्माना
रिपोर्ट- धीरेंद्र कुमार शुक्ला ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा के जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानों का संचालन अभी शुरू नहीं हो सका क्योंकि अभी तक काम पूरा नहीं हुआ है. इसके लिए सरकार की तरफ से बड़ा कदम उठाया गया. बता दें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानों का संचालन शुरू न होने की वजह से ऑपरेटर कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड पर 21 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है. दरअसल, 30 सितंबर तक उड़ानों का संचालन हर हाल में शुरू करना था. अगर समय से संचालन शुरू हो जाता तो कंपनी को जुर्माना नहीं देना पड़ता. अब संचालन की डेडलाइन अप्रैल 2025 कर दी गई है. इस वजह से कंपनी को प्रतिदिन 10 लाख रुपए के हिसाब से अप्रैल 2025 तक यानी की 212 दिन का जुर्माना देना पड़ेगा. 212 दिन का कितना होगा जुर्माना जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश सरकार और एयरपोर्ट ऑपरेटर के बीच समझौता हुआ था. जिसमें जेवर एयरपोर्ट से उड़ानों का संचालन 30 सितंबर तक किया जाना था. शुरुआत में काम में देरी की वजह से ऑपरेटर कंपनी को सरकार की तरफ से 91 दिन की छूट दी गई थी. यह छूट 30 सितंबर को खत्म हो जाएगी. 30 सितंबर के बाद जितने दिन संचालन में ऑपरेटर कंपनी देरी करेगी प्रतिदिन के हिसाब से उस पर 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा. यानी जो डेडलाइन अप्रैल 2025 में उड़ानों की दी गई है उस स्थिति में अप्रैल तक 21 करोड़ 20 लाख रुपए का जुर्माना कंपनी पर तय हो सकता है. अगर अप्रैल तक भी उड़ानों का संचालन करने में कंपनी देर करती है या फिर निर्माण में देरी होती है तो जुर्माने की धनराशि और बढ़ सकती है. अधिकारियों ने शुरू की जुर्माना कम कराने की कोशिश नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि सरकार से जुर्माना कम कराने को लेकर बातचीत करने का प्रयास किया जा रहा है. हालांकि, जुर्माना कम किए जाने की संभावनाएं बहुत कम नजर आ रही है क्योंकि सरकार की तरफ से मामले में शक्ति दिखाई गई हैं. हालांकि, बातचीत में संभावनाएं हैं कि कुछ समय के लिए जुर्माने को टाला जा सकता है. कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि देश का सबसे बड़ा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट एक पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप का उत्कृष्ट उदाहरण है. हम प्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. जिससे इस एयरपोर्ट को विश्व स्तरीय परियोजनाओं के रूप में तैयार कर सकें. इसके लिए हर एक कदम उठाए जा रहे हैं और तेजी के साथ काम किया जा रहा है. रनवे पर अभी भी पूरा नहीं हुआ लाइट का काम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे का काम लगभग पूरा होने के करीब है लेकिन अभी तक रनवे पर लाइट लगाने का कार्य पूरा नहीं हो सका है. इसे बहुत जल्द पूरा किए जाने का प्रयास किया जा रहा है. टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण कार्य कई स्तरों पर चल रहा है लेकिन निर्माण कार्य पूरा होने में अभी समय लगेगा. निर्माण कार्य में देरी का मतलब है कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत प्रदेश के कई राज्यों के यात्रियों को इस एयरपोर्ट से हवाई यात्रा के लिए अभी काफी इंतजार करना पड़ेगा. जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि हर परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है. बहुत जल्द इसका संचालन शुरू कर दिया जाएगा. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 9, 2024, 11:25 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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