सावधान! गर्म होती सड़कों पर फट सकते हैं आपके वाहनों के टायर क्यों होगा ऐसा
सावधान! गर्म होती सड़कों पर फट सकते हैं आपके वाहनों के टायर क्यों होगा ऐसा
इन गर्मियों में जबकि सड़कें भी 40 डिग्री से ज्यादा तापमान पर तपने लगती हैं तो इन पर कार या अन्य वाहनों को चलाने पर क्यों बढ़ जाता है टायर फटने का खतरा.
हाइलाइट्स सड़कों पर तपती सड़कें टायर की गैस को लगातार गर्म करती हैं ज्यादा देर तक गर्म सड़कों पर चलने से टायर डिशेप हो सकते हैं ऐसे में बेहतर है कि किस गैस को टायर में भरकर ड्राइव करें
हां, गर्म सड़क सतहों पर गाड़ी चलाने से टायर फटने या फटने का खतरा बढ़ सकता है. इसलिए गर्म होकर तपती सड़कों पर कार या वाहन चलाना हो सकता है खतरनाक. अगर आपको लग रहा हो कि ऐसा क्यों हो सकता है तो हम आपको आगे बताएंगे कि इसकी कौन सी वजहें हो सकती हैं जो गर्म सड़कों पर चलते हुए वाहन को बस्ट कर सकती हैं
इसी वजह से गर्मी में जब वाहन खासकर दोपहर में सड़क पर भागते हैं तो उनके टायर फटने की घटनाएं बढ़ जाती हैं. ये किसी भी वाहन के साथ हो सकता है, चाहे वो दोपहिया या फिर चार पहिया.
होता ये है कि बाहर अगर गर्मी ज्यादा हो और तापमान बढ़ रहा हो तो बाहर की ये ज्यादा गर्मी टायरों पर अंदर अधिक दबाव डालता है. गर्मियों में ये ज्यादा होता है.तब लगातार धूप में रहने के कारण डामर का तापमान बढ़ जाता है. गर्म सड़क की सतह से लगातार बढ़ती गर्मी टायरों के अंदर की हवा को भी गर्म करती है और इससे टायरों के अंदर हवा का दबाव बढ़ने लगता है. इससे टायर की संरचना कमजोर हो जाती है और इसके फटने का खतरा बढ़ जाएगा.
गर्म सड़कों पर तेज गति से ज्यादा देर गाड़ी न चलाएं
गर्म सड़क सतहों पर लंबे समय तक तेज़ गति से गाड़ी चलाने से टायर ज़्यादा गरम हो सकते हैं. सड़क की सतह से निकलने वाली अत्यधिक गर्मी और वाहन का वजन मिलकर टायरों के अंदर अत्यधिक दबाव पैदा करते हैं, जिससे टायर फट सकते हैं.
गर्म मौसम में टायरों के अंदर की हवा जब गर्म हो जाती है तो वो टायरों को फुलाने लगती है, ये भी टायर फटने का कारण बन सकता है, क्योंकि बढ़े हुए दबाव के कारण टायर बहुत अधिक फैल जाते हैं और फिर सड़क की लगातार गर्मी के कारण फट जाते हैं. वैसा ऐसा कई बार खुले में वाहन अगर धूप में देर तक खड़े रहें तब भी हो सकता है. अगर टायर पुराने और घिसे हुए हो चुके हों तो खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
वैसे टायर कई और वजहों से भी फट सकते हैं
– घिस जाने पर – तब टायरों की पकड़ कम पड़ जाती है तो सड़क पर चलते समय उनके फटने का खतरा बढ़ जाता है.
– टायरों पर दरारें – अगर टायर के साइडवॉल पर दरारें पड़ने लगें तो टायर बदल दें.
– डेंट और उभार – टायर पर डेंट और फूलने का संकेत बताता है कि ओवरलोडिंग से टायर को नुकसान हो रहा है.
– अगर टायर कंपन करने लगें तो इसकी जांच कराकर बदलने की जरूरत हो सकती है.
– टायरों में कम हवा रखने पर – अगर टायरों में हवा कम रहती है तो ये जल्दी पंक्चर हो सकता है और डिसेप होकर फट सकता है.
– असामान्य शोर – अगर टायर ज्यादा आवाज करने लगें तो मतलब इनमें कुछ गड़ुबड़ तो है.
– हीट बिल्डअप – जो टायर सामान्य से अधिक गर्म होते हैं, इसका मतलब ये है कि या उनकी क्वालिटी खराब है, ये उन पर ओवरलोडिंग हो रही है या तेज ड्राइविंग की वजह से ऐसा हो रहा है.
वैसे टायरों को ज्यादा गर्म होने से बचा भी सकते हैं
– गर्म सड़क पर बहुत देर तक वाहन नहीं चलाएं. उन्हें रोककर आराम दें.
– नियमित रूप से टायर का दबाव जांचें
– गर्मी में कम से कम एक बार तो टायर का दबाव जरूर जांचें
कैसे जानें कि टायर गर्म हो रहे हैं
– ज़्यादा गरम टायरों की पहचान उन्हें छूकर की जा सकती है
– टायर साफ रखें
– टायरों को सूखने और घिसने से बचाने के लिए उन्हें बार-बार धोएं
– घर पर टायर साफ करने के लिए ब्रश और विशेष सफाई उत्पादों का उपयोग करें
– वाहन पर ओवरलोडिंग करने से बचें:
– आक्रामक ड्राइविंग से बचें, जैसे तेज़ गति और ब्रेक लगाना, ये टायरों में ज्यादा गर्मी पैदा करते हैं.
गर्म सड़कों पर चलने के लिए खास टायर भी
– हां गर्म सड़कों पर गाड़ी चलाने के लिए खास टायर डिज़ाइन किए गए हैं. आमतौर पर ये टायर उन सड़कों पर काम आते हैं, जो हमेशा 07 डिग्री ऊपर के तापमान पर गर्म रहती हों. ये एक विशेष नरम यौगिक से बने होते हैं जो सूखी और गीली स्थितियों में सड़क को पकड़ने में मदद करते हैं. ग्रीष्मकालीन टायरों को गर्म सड़कों पर तेज़ गति से ड्राइविंग के दौरान भी स्थिर बनाए रखने के लिए डिजाइन किया गया है. भारत में आमतौर पर ऐसे ही टायरों का इस्तेमाल होता है.
– गर्म सड़कों पर इस्तेमाल होने वाले खास टायर एक सख्त रबर यौगिक से बने होते हैं जो उच्च तापमान का सामना कर सकते हैं. टायर को जल्दी खराब होने से बचा सकते हैं. लेकिन जब सड़कें 40 डिग्री से ऊपर के तापमान पर तपती हैं तो हर तरह के टायर फट सकते हैं.
– स्पीड रेटिंग- उच्च स्पीड रेटिंग वाले टायर ज्यादा तापमान को संभाल सकते हैं.
– टायर ब्रांड – गर्म और शुष्क मौसम के लिए कुछ शीर्ष टायर ब्रांडों में ब्रिजस्टोन, मिशेलिन, कॉन्टिनेंटल, योकोहामा और जेके टायर्स शामिल हैं. ये ब्रांड खास विशेषताओं और डिजाइन वाले होते हैं और गर्म मौसम में ड्राइविंग के लिए ठीक रहते हैं.
क्यों ऐसे में बेहतर हो सकता है टायरों में नाइट्रोजन गैस को भरना
– नाइट्रोजन टायरों में तापमान को कम करने में मदद करता है, जिससे टायर का जीवन बढ़ता है और हैंडलिंग में सुधार होता है.
-टायरों में स्थिर दबाव सीमा बनाए रखने के कारण नाइट्रोजन से भरे टायरों का जीवन लंबा होता है.
– नाइट्रोजन से भरे टायर कम तापमान और बेहतर टायर दबाव स्थिरता के कारण बेहतर हैंडलिंग और ब्रेकिंग प्रदान करते हैं.
– नाइट्रोजन से भरे टायर ईंधन दक्षता में सुधार कर सकते हैं
– नाइट्रोजन व्हील रिम जैसे धातु घटकों के साथ प्रतिक्रिया नहीं करता, जिससे जंग लगने का खतरा कम हो जाता है.
– टायरों में नाइट्रोजन गैस भरना सामान्य हवा भरने की तुलना में अधिक महंगा है, लेकिन इससे फायदा ज्यादा मिलता है.
– कुल मिलाकर, तापमान को कम करने, टायर के जीवन में सुधार करने और हैंडलिंग और ब्रेकिंग को बढ़ाने की क्षमता के कारण नाइट्रोजन गैस को टायरों में भरने के लिए बेहतर माना जाता है.
Tags: Auto News, Tyre BurstsFIRST PUBLISHED : June 21, 2024, 08:37 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed