थाने में पुलिसवालों ने मांग ली पीएम से 35 रुपये की रिश्वत जानें पूरा किस्सा
थाने में पुलिसवालों ने मांग ली पीएम से 35 रुपये की रिश्वत जानें पूरा किस्सा
policemen demanded bribe from Chaudhary Charan Singh: किसान का वेष धरे चौधरी चरण सिंह से एक सिपाही ने कहा कि रिपोर्ट तो लिख जाएगी, लेकिन कुछ खर्चा पानी लगेगा. इस पर किसान बने चौधरी चरण सिंह ने पूछा कि कितना लगेगा. उसने कहा कि 100 रुपये. मोलभाव करने के बाद 100 रुपये से शुरू होकर डील 35 रुपये पर पक्की हो गई
चौधरी चरण सिंह (Chaudhary Charan Singh) को किसानों का मसीहा कहा जाता है. वह उनके दुखदर्द समझते थे और उन्हें दूर करने के लिए भरसक प्रयास करते थे. प्रधानमंत्री (Prime Minister) बनने के बाद चौधरी चरण सिंह के पास जो ज्यादातर शिकायतें आती थीं वो पुलिस वालों के खिलाफ होती थीं. पुलिस किसानों और ग्रामीण जनता का जमकर शोषण करती थी. इसी वजह से चौधरी चरण सिंह ने पूरे देश में थानों और तहसील में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अभियान चलाया था. इटावा जिले (Etawah district) के ऊसराहार थाने (Usrahar police station) की ऐसी ही एक शिकायत उनके पास आयी थी.
चौधरी साहब शाम को पहुंचे थाने
अगस्त 1979 की बात है तत्कालीन प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह किसान के वेश में शाम को लगभग छह बजे ऊसराहार पुलिस थाने पहुंच गए. थाने में हर दिन की तरह सभी पुलिसकर्मी अपने काम-काज में व्यस्त थे. चौधरी चरण सिंह को जो पहला सिपाही मिला, उससे उन्होंने कहा कि साहब मेरा बैल चोरी हो गया है, रिपोर्ट लिखवानी है. सिपाही ने उनकी बात को अनसुना कर दिया. इतने में थानेदार साहब भी आ गए. लेकिन रिपोर्ट लिखने से उन्होंने भी मना कर दिया.
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35 रुपये में रिपोर्ट लिखने की बात हुई
किसान का वेष धरे चौधरी चरण सिंह लौटने लगे तो एक सिपाही को उन पर तरस आ गया. उसने पास आकर कहा कि रिपोर्ट तो लिख जाएगी, लेकिन कुछ खर्चा पानी लगेगा. इस पर किसान बने चौधरी चरण सिंह ने पूछा कि कितना लगेगा. उसने कहा कि 100 रुपये. मोलभाव करने के बाद 100 रुपये से शुरू होकर डील 35 रुपये पर पक्की हो गई. रिपोर्ट लिखने के बाद थाने के मुंशी ने किसान से पूछा, “बाबा हस्ताक्षर करोगे या अंगूठा लगाओगे. चौधरी साहब ने कहा, “हस्ताक्षर करूंगा.” इसके बाद उन्होंने पैन लेकर रिपोर्ट पर हस्ताक्षर किए. उसके बाद उन्होंने मुंशी की मेज पर रखे स्टांप पैड को अपने पास खींच लिया और जेब से एक मुहर निकालकर कागज पर लगा दी. उस पर मुहर पर लिखा था, “प्रधानमंत्री, भारत सरकार. यह देखकर पूरे थाने में हड़कंप मच गया.
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पूरा थाना हुआ सस्पेंड
इसके थोड़ी देर बाद ही प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का काफिला थाने पहुंच गया. आनन फानन में जिले के सभी शीर्ष पुलिस अधिकारी भी वहां पर पहुंच गए. उन्होंने पूरे थाने को सस्पेंड कर दिया. चौधरी चरण सिंह 28 जुलाई 1979 को कांग्रेस के सहयोग से प्रधानमंत्री बने थे. हालांकि 20 अगस्त को कांग्रेस ने उनसे समर्थन वापस ले लिया और उनकी सरकार गिर गई. चौधरी चरण सिंह यूपी के दो बार मुख्यमंत्री रहे और एक बार देश के प्रधानमंत्री बने. इस दौरान उनसे साथ अनोखा रिकॉर्ड भी जुड़ गया. वे देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने कभी भी संसद का सामना नहीं किया. हालांकि एक और रिकॉर्ड उनके साथ जुड़ा है वो है कभी भी चुनाव न हारने का. चौधरी चरण सिंह को इसी साल नौ फरवरी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया.
Tags: Bharat ratna, Chaudhary Charan Singh, Etawah news, Etawah PoliceFIRST PUBLISHED : May 22, 2024, 15:27 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed