ये है भारत का पहला अनोखा स्कूलजो है मार्शल आर्ट्स पर बेस्ड
ये है भारत का पहला अनोखा स्कूलजो है मार्शल आर्ट्स पर बेस्ड
Karatians School: फिरोजाबाद का कराटियंस स्कूल बहुत खास है. यह भारत का पहला ऐसा अनोखा स्कूल है, जो मार्शल आर्ट्स पर बेस्ड है. यहां बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ गेम्स पर भी फोकस किया जाता है.
धीर राजपूत/फिरोजाबाद: भारत के स्कूलों में तरह-तरह के माध्यम से शिक्षा दी जाती है. फिर चाहे हिंदी मीडियम हो या फिर अंग्रेजी. लेकिन यूपी के फिरोजाबाद जिले में देश का ऐसा पहला स्कूल है, जहां बच्चों को छोटी क्लास से ही मार्शल आर्ट (Martial Arts) पढ़ाया और सिखाया जाता है. इस स्कूल में बच्चों को आत्मसुरक्षा की ट्रेनिंग बचपन से ही दी जाती है. छोटे-छोटे बच्चे अन्य विषयों की तरह मार्शल आर्ट को भी पढ़ते हैं. मार्शल आर्ट सीखने के बाद अलग-अलग राज्यों में जाकर बच्चे ट्रॉफी जीतकर भी ला चुके हैं.
हजारों बच्चे सीखते हैं मार्शल आर्ट
फिरोजाबाद के मैनपुरी रोड अरांव के पास कराटियंस स्कूल (Karatians School) के नाम से इंग्लिश मीडियम स्कूल चलाने वाले इंजीनियर राजेश राजपूत ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि उन्होंने देश का पहला ऐसा इंग्लिश मीडियम स्कूल खोला है, जहां बच्चों को मार्शल आर्ट की पढाई भी कराई जाती है. आज से लगभग 10 साल पहले उन्होंने इस स्कूल की शुरुआत की और सीबीएसई बोर्ड से मान्यता लेने के बाद उन्होंने छोटी क्लास से ही लड़के और लड़कियों को मार्शल आर्ट की शिक्षा देना शुरू कर दिया.
प्रतियोगिताओं में भी लेते हैं हिस्सा
उन्होंने कहा कि उनके यहां सुबह सबसे पहले बच्चे 2 घंटे मार्शल आर्ट की क्लास दी जाती है, जो हर बच्चे के लिए जरूरी है. जैसे अन्य विषयों को बच्चों को पढ़ाया जाता है, वैसे ही मार्शल आर्ट की पढ़ाई कराई जाती है. इस स्कूल में हजारों की संख्या में बच्चे पढ़ते हैं और मार्शल आर्ट सीखने के बाद राज्य स्तरीय व राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेते हैं. मार्शल आर्ट की पढ़ाई के लिए खास टीचरों को रखा गया है.
संस्कृत-जापानीज समेत सिखाई जाती है चार भाषाएं
कराटियंस स्कूल के मालिक राजेश राजपूत ने कहा कि उनके यहां फिरोजाबाद ही नहीं बल्कि दिल्ली, झारखंड तक के बच्चे होस्टल में रहकर पढ़ रहे हैं. इसके साथ ही स्कूल में बच्चों को मार्शल आर्ट के साथ साथ कई अन्य भाषाएं जैसे इंग्लिश,संस्कृत और जापानीज सिखाई जाती है. मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग कर रहे बच्चे जापानीज भाषा ही बोलते हैं. इस स्कूल में एडमिशन लेने के लिए ऑफलाइन फॉर्म भरना होता है.
Tags: Firozabad News, Local18FIRST PUBLISHED : May 14, 2024, 14:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed