एक ऐसी लूट जिससे हिल गई थी अंग्रेजी सल्तनत काकोरी कांड को पूरे हुए 100 साल
एक ऐसी लूट जिससे हिल गई थी अंग्रेजी सल्तनत काकोरी कांड को पूरे हुए 100 साल
क्रांतिकारियों द्वारा चलाए जा रहे स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान क्रांतिकारियों को तत्काल धन की जरूरत पड़ी, जिससे वह क्रांतिकारी गतिविधियों को आगे बढ़ा सके. अपनी इसी जरूरत को पूरा करने के लिए राम प्रसाद बिस्मिल ने शाहजहांपुर में एक बैठक कर काकोरी में हथियारों एवं धन से लड़ी जा रही ट्रेन को लूटने का योजना बनाई.
रजनीश यादव /प्रयागराज: आजादी के लिए भारतीय क्रांतिकारियों ने कई गुप्त योजनाएं बनाकर अंग्रेजों को लोहा मनवाने का काम किया. अपनी गुप्त योजनाओं से वह अंग्रेजों के खजाने लूट लेते थे. वहीं इस लूटे हुए खजाने को देश की आजादी की लड़ाई में क्रांतिकारियों के लिए प्रयोग करते थे. या क्रांतिकारी अपनी वीरता और चतुराई से अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती देने का काम करते थे. इसी गुप्त योजना में एक 9 अगस्त 1925 को प्रमुख घटना उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में घटित हुई, जिसका इतिहास कुछ इस प्रकार है.
क्रांतिकारियों द्वारा चलाए जा रहे स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान क्रांतिकारियों को तत्काल धन की जरूरत पड़ी, जिससे वह क्रांतिकारी गतिविधियों को आगे बढ़ा सके. अपनी इसी जरूरत को पूरा करने के लिए राम प्रसाद बिस्मिल ने शाहजहांपुर में एक बैठक कर काकोरी में हथियारों एवं धन से लदी जा रही ट्रेन को लूटने का योजना बनाई. इसको 9 अगस्त 1925 को ट्रेन लौटकर इस घटना को अंजाम दिया. सहारनपुर से लखनऊ जा रही 8 डाउन ट्रेन को रामप्रसाद बिस्मिल, राजेंद्र लाहिड़ी, चंद्रशेखर आजाद, ठाकुर रोशन सिंह सहित अन्य क्रांतिकारियों ने घटना को अंजाम दिया.
अंग्रेजों के हाथ नहीं आए चंद्रशेखर आजाद
इस घटना को लेकर अंग्रेजों ने त्वरित कार्यवाही करते हुए हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन के क्रांतिकारियों को पकड़ लिया, जिसमें अशफ़ाकउल्ला खान, राजेंद्र लाहिड़ी, ठाकुर रोशन सिंह सहित अन्य शामिल थे. चंद्रशेखर आजाद इस घटना को अंजाम देकर अंग्रेजों के चंगुल से बचकर भाग निकले. इसी घटना के बाद अंग्रेजों ने अशफ़ाकउल्ला, राजेंद्र लाहिड़ी और ठाकुर रोशन सिंह को फांसी की सजा सुनाई. और अन्य शामिल क्रांतिकारियों को उम्र कैद की सजा सुनाई.
मनाया गया शताब्दी वर्ष
9 फरवरी 2024 को काकोरी कांड के 100 वर्ष पूर्ण होने पर प्रयागराज के शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क में इस घटना से जुड़े तस्वीरों की गैलरी लगाकर शताब्दी वर्ष मनाया गया. इस दौरान सेवा के जवानों ने बैंड बाजे के साथ राष्ट्रीय गीत बजाया तो वही स्कूल के बच्चों ने राष्ट्रीय गीत से लोगों को खूब उत्साहित किया. सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान वीर रस के बिरहा के साथ क्रांतिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई.
Tags: Local18, Prayagraj News, UP newsFIRST PUBLISHED : August 11, 2024, 14:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed