बारिश में बुझ गया बेबस महिला का इकलौता चिराग बहन से लिया था गोद

Firozabad News: फिरोजाबाद में एक बुजुर्ग महिला पर आसमान टूट पड़ा है. जहां भारी बारिश में महिला का गोद लिया बेटा नाले में पैर में फिसलकर बह गया, जिससे उसकी मौत हो गई.

बारिश में बुझ गया बेबस महिला का इकलौता चिराग बहन से लिया था गोद
धीर राजपूत/फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में एक बेबस महिला अपने परिवार के साथ बड़ी मुश्किल से जिंदगी गुजार रही थी. घर में एक चिराग की कमी खल रही थी. इसलिए बहन से एक बच्चा भी गोद ले लिया, सालों पहले बेबस हुई महिला के पति की मौत के बाद एक सहारा बेटा ही था. घर में बेटे की शादी के बाद बहु भी आ गई. नाती पोते की किलकारी भी घर में गूंजने लगी, लेकिन अनहोनी ने एक झटके में घर के चिराग को बुझा दिया. युवक की मौत से परिवार में मातम जहां भयंकर बारिश में बेटा घर से बाहर निकला था, लेकिन तेज बारिश के कारण एक बड़े नाले में फिसलकर गिर गया और उसकी डूबकर मौत हो गई. बेटे की मौत की खबर से महिला के सारे सपने टूट गए और परिवार में मातम पसर गया. बेटे की मौत का सदमा महिला बर्दास्त नहीं कर पा रही है और उम्मीद लिए बैठी है कि उसका बेटा वापस जरुर आएगा. वहीं, प्रशासन द्वारा महिला को मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया है. बारिश में नाला और सड़क बन चुके थे तालाब फिरोजाबाद के ओम नगर की रहने वाली शांति देवी ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए कहा कि उनके घर में परिवार की सारी जिम्मेदारियों को संभालने वाला उनका इकलौता बेटा कन्हैया ही था, जिसकी नाले में डूबने से मौत हो गई. शांति देवी ने बताया कि शुक्रवार को भयंकर बारिश हुई और बारिश होने के कारण मोहल्ले के नाले में पानी भर गया था. सड़क और नाला हुए थे तालाब महिला ने बताया कि पानी इतना ज्यादा था कि सड़क और नाला तालाब की तरह दिखाई देने लगा. उनका बेटा कुछ लेने के लिए घर से बाहर निकला था, तभी उसका पैर नाले में फिसल गया. जहां वह डूब गया, इसकी खबर जब आसपास के लोगों को लगी तो उसे ढूंढने का प्रयास किया गया. नाले में उनके बेटे का शव ढूंढने से भी नहीं मिला. 17 घंटे बाद मिला था शव वहीं, 17 घंटे के बाद बहुत दूर जाकर उनके बेटे के शव नाले में पाया गया. शांति देवी ने बताया के अगर उस दिन उनका बेटा बाहर न गया होता तो आज वह जिंदा होता, लेकिन अब उनके घर का इकलौता चिराग भी बुझ गया है. प्रशासन द्वारा उन्हें मुआवजा देने की भी बात हो रही है. बहन से गोद लाई थी बेटा शान्ति देवी ने बताया कि वह किराए के मकान में रहती हैं. शादी होने के बाद उनके घर में कोई संतान नहीं हुई, तभी उन्होंने अपनी बहन से एक महीने का बेटा कन्हैया को गोद लिया था. उन्होंने बड़े ही लाड प्यार से उसे पाला पोसा और बड़ा किया था. उसके बाद 2015 में बड़े ही धूमधाम से उसकी शादी भी की थी. घर में बहू के आने की काफी खुशियां थी. उसके बाद घर में नाती पोते की भी किलकारी गूंजने लगी. चूड़ी कारखाने में कार्य करता था मृतक बता दें कि मृतक कन्हैया के पास दो बच्चे हैं, जिसमें एक लड़का और एक लड़की है. कन्हैया घर का खर्च चलाने के लिए चूड़ी कारखाने में मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था, लेकिन अब घर के खर्च चलाने के लिए महिला बेबस है और प्रशासन से उम्मीद लगाए हुए है. FIRST PUBLISHED : July 10, 2024, 15:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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