Fact Check: प्रधानमंत्री ने नहीं किया राष्ट्रपति का अपमान फेक वीडियो वायरल

Fact Check: प्रधानमंत्री ने नहीं किया राष्ट्रपति का अपमान फेक वीडियो वायरल
Vishvas News Fact Check: लोकसभा चुनाव अब अपने अंतिम पायदान की ओर है. लेकिन सोशल मीडिया पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक वीडियो वायरल हो रही है. इस वीडियो लेकर दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का अपमान करते हुए उन्हें अफ्रीकन बता दिया. विश्वास न्यूज की फैक्ट चेक टीम ने वायरल वीडियो की जांच की तो पता चला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के साथ छेड़छाड़ करके वायरल क्लिप तैयार की है. असली वीडियो में पीएम मोदी कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सैम पित्रोदा पर हमला बोलते हुए पित्रोदा के बयान की आलोचना कर रहे हैं. उसी भाषण को चुनावी माहौल में एडिट करके गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है. फेसबुक यूजर अमरदीप सिद्धार्थ गौतम ने 21 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो क्लिप अपलोड किया. इसके साथ लिखा गया, “द्रौपदी मुर्मू जीबी अफ्रीकन है देश के इस व्यक्ति ने राष्ट्रपति महोदय को भी अफ्रीकन बता दिया.” वायरल क्लिप में पीएम मोदी को यह बोलते हुए दिखा गया है, “जिनकी चमड़ी का रंग काला होता है, ये सब अफ्रीका के हैं. द्रौपदी मुर्मु भी अफ्रीकन हैं और इसलिए उनकी चमड़ी का रंग काला है. उनको हराना चाहिए.” इस पोस्ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं. फैक्ट चेक विश्वास न्यूज की टीम ने वायरल क्लिप की जांच के लिए भाजपा के यूट्यूब चैनल की पड़ताल की. वहां उस वीडियो को खोजना शुरू किया, जिसमें पीएम मोदी ने वायरल क्लिप वाले कपड़े पहने हुए थे.सर्च के दौरान टीम को 8 मई, 2024 को एक वीडियो मिला. वीडियो में 43:45 की टाइम लाइन के बाद प्रधानमंत्री को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “मुझे आज पता चला कि यह कांग्रेस पार्टी द्रौपदी मुर्मू , एक आदिवासी बेटी थी, उसको हराने के लिए क्यों मैदान में उतरे थे. मुझे आज पता चला कि अमेरिका में इस शहजादे के एक अंकल रहते हैं. ये शहजादे के अंकल इनके फिलॉसफर एंड गाइड हैं. और जैसे क्रिकेट में आजकल थर्ड अम्पायर होता है न, कोई कन्फ्यूजन हो तो थर्ड अम्पायर से पूछते हैं. और वैसे ही ये शहजादे थर्ड प्लेयर को कन्फ्यूजन होते हैं तो संभाल लेते हैं. इन शहजादे के फिलॉसफर एंड गाइड अंकल ने एक बड़ा रहस्य खोला है. उसने कहा है कि जिनकी चमड़ी का रंग काला होता है, ये सब अफ्रीका के हैं. मतलब आप सभी को, आप मेरे देश के अनेकों लोगों को चमड़ी के रंग को लेकर इतनी बड़ी गाली दे दी. तब जाकर मुझे समझ आया कि चमड़ी के रंग को देख करके उन्होंने मान लिया कि द्रौपदी मुर्मु भी अफ्रीकन हैं और इसलिए उनको हराना चाहिए, क्योंकि उनकी चमड़ी का रंग काला है.” दरअसल इस वीडियो में पीएम मोदी कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के उस बयान की आलोचना कर रहे थे, जिसमें सैम पित्रोदा ने भारतीयों के रंग-रूप को लेकर टिप्पणी की थी. हालांकि, बाद में कांग्रेस ने उनके बयान से खुद को किनारा कर लिया था. जांच के दौरान नेटवर्क 18 की वेबसाइट पर एक खबर मिली. इसमें बताया गया कि सैम पित्रोदा के टिप्पणी की आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मैं अपने साथी भारतीयों का अपमान बर्दाश्त नहीं करूंगा. मैं आज बहुत गुस्से में हूं, मेरे देश को गाली दी, इसलिए गुस्सा आ रहा. खबर के अंदर उस हिस्से को भी पढ़ा जा सकता है, जिसे एडिट करके वायरल क्लिप में इस्तेमाल किया गया है. विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए भाजपा प्रवक्ता डॉ. विजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया. उनके साथ वायरल पोस्ट को शेयर किया. उन्होंने वायरल पोस्ट को फेक बताया. पड़ताल के अंत में फर्जी क्लिप वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई. पता चला कि फेसबुक यूजर Amardeep Sidharth Goutam को सात हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं. अभिषेक एक राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ है और रुड़की में रहता है. विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई. पीएम मोदी सैम पित्रोदा के भारतीयों के रंग-रूप पर की गई टिप्पणी की आलोचना करते हुए कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर हमलावर थे. उनके भाषण को एडिट करके संदर्भ से काटकर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है. (This story was originally published by vishvasnews.com. Fact Check Desk, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by jharkhabar.comindia.com staff) Tags: Fake news, Latest viral video, Loksabha Elections, Viral PhotoFIRST PUBLISHED : May 24, 2024, 17:29 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed