PM मोदी के वीडियो में योगी के चेहरे को ब्लर किए जाने का दावा फेक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के दौरान उनके साथ मौजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे को ब्लर किए जाने का दावा गलत है. वायरल वीडियो क्लिप में न्यूज एजेंसी एएनआई के लोगो को ब्लर किया गया है, न कि योगी आदित्यनाथ के चेहरे को.

PM मोदी के वीडियो में योगी के चेहरे को ब्लर किए जाने का दावा फेक
The vishvasnews.com Fact Check: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर चुके हैं, जहां सातवें चरण के तहत एक जून को मतदान होना है. इसी संदर्भ में सोशल मीडिया पर नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों को काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा करते हुए देखा जा सकता है. दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काशी विश्वनाथ के दर्शन के विजुअल को दिखाने के लिए योगी आदित्यनाथ के चेहरे को एडिट कर छिपा दिया गया. vishvasnews.com ने अपनी पड़ताल में इस दावे को गलत पाया, जिसे चुनावी दुष्प्रचार की मंशा के साथ शेयर किया जा रहा है. वायरल वीडियो क्लिप में न्यूज एजेंसी एएनआई के लोगो को ब्लर किया गया है, न कि योगी आदित्यनाथ के चेहरे को. न्यूज एजेंसी एएनआई की तरफ से जारी किए गए ऑरिजिनल वीडियो में भी दाईं तरफ कॉर्नर में लोगो नजर आ रहा है, जिसके कुछ फ्रेम में योगी आदित्यनाथ का चेहरा छिप जा रहा है, लेकिन अन्य फ्रेम में उन्हें साफ-साफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे बैठे हुए देखा जा सकता है. क्या है वायरल? सोशल मीडिया यूजर ‘Arjun Rana’ ने वायरल वीडियो (आर्काइव लिंक) को शेयर करते हुए लिखा है, “एक महंत को चौखट पर बिठा कर उनका चेहरा भी ब्लर कर दिया गया… फोटोजीवी की आत्ममुग्धता का कोई अंत नहीं!” सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स (आर्काइव लिंक) ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है. पड़ताल वायरल वीडियो में ‘हिंदी खबर’ का लोगो लगा हुआ है. वायरल क्लिप के साथ किए गए दावे को चेक करने के लिए हमने चैनल के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल और यू-ट्यूब चैनल को चेक किया. ‘हिंदी खबर’ के आधिकारिक एक्स चैनल पर हमें कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत की एक्स पोस्ट (समान वायरल वीडियो क्लिप वाले) पर चैनल की तरफ से जारी किया हुआ स्पष्टीकरण (आर्काइव लिंक) मिला, जिसमें वायरल वीडियो क्लिप के साथ किए गए दावे को फेक बताया गया है. हे कंफ्यूज़्ड कांग्रेस की मंथरा मौसी, फेक न्यूज़ फैलाते फैलाते आप मानसिक रूप से बहुत बीमार हो गई हैं. बाबा काशी विश्वनाथ जी से प्रार्थना है कि आपकी समस्त मानसिक व्याधियों को शीघ्र ही ठीक करें. संदर्भित क्लिप ANI न्यूज़ एजेन्सी के काफी बड़े आकार के Logo के साथ थी. ‘हिन्दी ख़बर’… https://t.co/tX0FXWposT pic.twitter.com/MqRUztibHQ — हिन्दी ख़बर | Hindi Khabar (@HindiKhabar) May 14, 2024

चैनल ने बताया है कि वायरल क्लिप में जो ब्लर स्पॉट नजर आ रहा है, वह वास्तव में न्यूज एजेंसी एएनआई के लोगो को ब्लर किए जाने से संबंधित है. चूंकि एजेंसी का लोगो दाईं तरफ कॉर्नर में सबसे ऊपर लगा हुआ था, इसलिए उसे ब्लर किए जाने की वजह से पीएम मोदी के पीछे बैठे योगी आदित्यनाथ का चेहरा किसी-किसी फ्रेम में उसकी जद में आ रहा था.

हमने न्यूज एजेंसी एएनआई के आधिकारिक एक्स हैंडल को भी चेक किया, जहां हमें यह ऑरिजिनल फुटेज (आर्काइव लिंक) मिला, जिसे 13 मई 2024 को साझा किया गया है.

जानकारी के मुताबिक, यह वाराणसी से नामांकन के एक दिन पहले काशी विश्वनाथ मंदिर में की गई पूजा-अर्चना से संबंधित है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे.

नरेंद्र मोदी के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनल पर भी हमें प्रधानमंत्री की काशी यात्रा और मंदिर दर्शन का वीडियो मिला, जिसमें साफ-साफ उनके पीछे बैठे योगी आदित्यनाथ को देखा जा सकता है. वीडियो के सभी फुटेज में योगी साफ नजर आ रहे हैं.

वायरल वीडियो क्लिप को लेकर हमने ‘हिंदी खबर’ के डायरेक्टर अतुल अग्रवाल से संपर्क किया. उन्होंने स्पष्ट करते हुए बताया कि न्यूज एजेंसी के लोगो को ब्लर किया गया था और इस वजह से कुछ फ्रेम में उस जगह नजर आ रहे योगी आदित्यनाथ का भी चेहरा ब्लर हो गया. अन्य फ्रेम में इसे साफ देखा जा सकता है कि किसी के चेहरे को ब्लर नहीं किया गया है, बल्कि न्यूज एजेंसी के लोगो को ब्लर किया गया है.

चुनाव आयोग की अधिसूचना (आर्काइव लिंक) के मुताबिक, उत्तर प्रदेश कुल 80 लोकसभा सीटों पर सातों चरणों में मतदान होना है. वाराणसी सीट पर सातवें चरण के दौरान एक जून को मतदान होगा.

वायरल वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को फेसबुक पर करीब ढाई हजार से अधिक लोग फॉलो करते हैं.

निष्कर्ष: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन के दौरान उनके साथ मौजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे को ब्लर किए जाने का दावा गलत है. वायरल वीडियो क्लिप में न्यूज एजेंसी एएनआई के लोगो को ब्लर किया गया है, न कि योगी आदित्यनाथ के चेहरे को. न्यूज एजेंसी एएनआई की तरफ से जारी किए गए ऑरिजिनल वीडियो में भी दाईं तरफ कॉर्नर में लोगो नजर आ रहा है, जिसके कुछ फ्रेम में योगी आदित्यनाथ का चेहरा छिप जा रहा है, लेकिन अन्य फ्रेम में उन्हें साफ-साफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पीछे बैठे हुए देखा जा सकता है.

(This story was originally published by vishvasnews.com. Fact Check Desk, as part of the Shakti Collective. Except for the headline/excerpt/opening introduction para this story has not been edited by jharkhabar.comindia.com staff)

Tags: Fact CheckFIRST PUBLISHED : May 16, 2024, 19:20 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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