बेटे को बचाने को बेताब था बाप डॉक्टर को किए 14 कॉल अब AI उठाएगा राज से पर्दा
बेटे को बचाने को बेताब था बाप डॉक्टर को किए 14 कॉल अब AI उठाएगा राज से पर्दा
Porsche Car Accident Case: पुणे के पोर्शे कार हिट एंड रन मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. कातिल रईसजादे बेटे को बचाने के लिए पिता ने एड़ी चोटी की जोर लगा दी थी. आरोपी नाबालिग के ब्लड टेस्ट से पहले बिल्डर विशाल अग्रवाल ने डॉक्टर को 14 बार फोन किया था. विशाल अग्रवाल नाबालिग आरोपी का पिता है. उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और अभी वह अभी न्यायिक हिरासत में है.
नई दिल्ली: पुणे के पोर्शे कार हिट एंड रन मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. कातिल रईसजादे बेटे को बचाने के लिए पिता ने एड़ी चोटी की जोर लगा दी थी. आरोपी नाबालिग के ब्लड टेस्ट से पहले बिल्डर विशाल अग्रवाल ने डॉक्टर को 14 बार फोन किया था. विशाल अग्रवाल नाबालिग आरोपी का पिता है. उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और अभी वह अभी न्यायिक हिरासत में है. सरकारी ससून अस्पताल में फॉरेंसिंक डिपार्टमेंट के हेट डॉ. अजय तावड़े ने फोन पर आरोपी के पिता विशाल से 14 बार बात की थी. पुलिस को शक है कि ब्लड सैंपल बदलने को लेकर यह बातचीत हुई थी. जब टेस्ट के लिए सैंपल लिए जा रहे थे, तभी आरोपी के पिता ने डॉक्टर तावड़े को 14 बार फोन किया था.
अब बुधवार की सुबह डॉ. अजय तावड़े के घर पर पुणे क्राइम ब्रांच ने रेड मारी है. क्राइम ब्रांच को शक है कि सैंपल बदलवाने के बदले डॉ. तावड़े ने विशाल अग्रवाल से मोटी रकम ली थी. अब इस पुणे हिट एंड रन मामले को सुलझाने में एआई की एंट्री हो गई है. दरअसल, पुणे पुलिस पुणे पोर्शे कार एक्सीडेंट के सीन रिक्रिएट करने के लिए आर्टिफिशल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करेगी. आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के जरिए पूरे हादसे को फिर से जीवंत किया जाएगा. आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से सीन रिक्रिएट करने के दौरान वाहन और सड़क से संबंधित केंद्रीय एजेंसियों की भी मदद ली जाएगी.
किस आरोप में तावड़े अरेस्ट
पुणे पुलिस तावड़े को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीहरि हाल्नोर और स्टाफ सदस्य अतुल घाटकांबले को भी पुलिस ने 19 मई को अरेस्ट कर लिया था. इन पर नाबालिग के सैंपल को डस्टबिन में फेंकने और अन्य व्यक्ति से सैंपल बदलने का आरोप है. बता दें कि विशाल अग्रवाले के बेटे ने 19 मई को पुणे के कल्याणी नगर इलाके में शराब के नशे में अपनी पोर्शे कार से एक मोटरसाइकिल को रौंद दिया था. इस एक्सीडेंट में दो आईटी प्रोफेशनल की मौत होगई थी, जो बाइक पर सवार थे. एक्सीडेंट से पहले नाबालिग ने दो पब में जाकर शराब पी थी.
कब और कैसे हुई बातचीत?
अधिकारियों ने न्यूज18 को बताया कि डॉ तावड़े और विशाल अग्रवाल के बीच पहली बातचीत 8 बजकर 45 मिनट पर हुई थी. सुबह 11 बजे तक दोनों के बीच करीब 14 बार बातचीत हुई. कभी व्हाट्सऐप कॉल तो कभी फेस टाइम तो कभी नॉर्मल कॉल से इन दोनों में बातचीत होती रही. अधिकारियों ने बताया कि पुणे पुलिस की तलाशी के दौरान तावरे के घर से पहले के मामलों से संबंधित कुछ दस्तावेज बरामद किए गए. इसमें डॉ. टावरे जांच के दायरे में है. सूत्रों ने बताया कि पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि अग्रवाल परिवार ने तावरे को कितनी रकम देने का वादा किया था. तावरे अक्सर अस्पताल के स्टाफ से शराब लाने को कहा करते थे.
कितने पैसे में हुई डील?
पुलिस को संदेह है कि ससून अस्पताल में पोर्शे कार एक्सीडेंट में आरोपी नाबालिग के ब्लड सैंपल को किसी अन्य व्यक्ति के नमूने से बदलने के लिए रिश्वत दी गई. हालांकि, यह रकम कितनी थी, यह जांच का विषय है. पुलिस यह पता लगाने के लिए कि आरोपी चिकित्सकों से कौन मिलने आया था, इसके लिए ससून अस्पताल के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और उसके डीवीआर बरामद कर रही है. फिलहाल, तावरे समेत अन्य डॉक्टर 30 मई तक न्यायिक हिरासत में हैं.
Tags: Maharashtra News, Pune news, Pune policeFIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 10:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed