आदित्य कृष्ण /अमेठी: वर्तमान समय में गर्मी अपने प्रचंड रूप में है. गर्मी से एक तरफ जहां आम जनजीवन अस्तव्यस्त है, तो ऐसे में फसल भी प्रभावित होती है. किसानों की फसल फलदार पेड़ पौधे प्रभावित न हो, इसके लिए किसानों को कृषि विभाग की तरफ से जागरूक किया जा रहा है. अलग-अलग उपाय और तकनीक अपनाकर किसान अपनी फसलों की रक्षा खुद कर सकते हैं और फसल को रोग रहित करने के साथ नुकसान होने से बचा सकते हैं.
फसलों की रक्षा के लिए अपनाएं यह तरीका
किसान इन तरीकों को अपनाकर फसलों की रक्षा कर सकते हैं. उनमें सबसे पहले मल्चिंग विधि से किसान अपनी फसलों की रक्षा कर सकते हैं. इस विधि में प्लास्टिक सीट से पौधे के जड़ों को ढक देते हैं. हम अपने घरों के जैविक कचरे से भी अपनी फसलों की रक्षा कर सकते हैं .
ड्रिप सिंचाई पद्धति – इस पद्धति से भी हम अपने फसलों की रक्षा कर सकते हैं. सिंचाई सुबह और शाम को करने से फसल खराब होने का डर कम होता है. बड़े पैमाने पर खेती करने वाले किसान ड्रिप सिंचाई पद्धति अपनाकर अपनी फसल को रोग रहित बना सकते हैं.
बाढ़ बंधा पद्धति – बाढ़ बंधा बनाकर अपनी फसलों की रक्षा की जा सकती है. बाढ़ बंधा में हम ग्रीन नेट का उपयोग कर सकते हैं. अगर ग्रीनहाउस न उपलब्ध हो, तो घर की खराब सूती साड़ियां हम फसलों की रक्षा के लिए प्रयोग कर सकते हैं. इसके अलावा घने डाली वाले पौधे भी हम फसलों की रक्षा के लिए उपयोग कर सकते हैं.
मचान पद्धति- जो किसान कद्दूवर्गीय सब्जी तैयार करते हैं, तो इन सब्जी की खेती में हम बांस के मचान का प्रयोग कर सकते हैं. बांस के मचान ऊपर से फसलों पर ढक कर हम अपने फसलों को तेज गर्मी और हीटवेव से बचा सकते हैं.
समय-समय पर किसानों को किया जाता है जागरूक
वरिष्ठ कृषि विशेषज्ञ और निरीक्षक संजय वर्मा बताते हैं कि किसानों को समय-समय पर फसलों की रक्षा के लिए जागरूक किया जाता है. इसके साथ ही वर्तमान समय में गर्मी से अपनी फसलों की रक्षा करने के लिए किसान इन खास विधियों को अपनाकर अपनी फसल की रक्षा कर सकते हैं.
Tags: Hindi news, Local18FIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 10:41 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed