चुनाव लड़ने जा रहे किसान के साथ हो गया ‘खेला’ दिलचस्प है यह किस्सा
चुनाव लड़ने जा रहे किसान के साथ हो गया ‘खेला’ दिलचस्प है यह किस्सा
उत्तर प्रदेश के भदोही का रहने वाला यह किसान देश में बढ़ती महंगाई से परेशान है. यही वजह है कि वो चुनाव लड़ना चाहता है. उसका मकसद पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर अपने दर्द को बयां करना है. न्यूज18 के प्रोग्राम भैया जी कहीं में इस किसान ने अपनी बात कही.
नई दिल्ली. देश में लोकसभा चुनाव 2024 जारी हैं. केवल प्रमुख राजनीतिक दल ही नहीं इन चुनावों में आम लोग भी अपनी किस्मत आजमाने में लगे हैं. उत्तर प्रदेश के भदोई में एक किसान ने भी इस बार चुनाव लड़ने की मन में ठान ली. जेब में पैसे नहीं थे तो उसने अपने खेत को ही गिरवी रख दिया. रुपयों का इंतजाम कर जैसे-तैसे वो अपना नामांकन भरने के लिए कलेक्टर ऑफिस पहुंचा. लेकिन इससे पहले कि करण शुक्ला नामक यह किसान चुनावी मैदान में औपचारिक तौर पर उतर पाता. उसके साथ खेला हो गया.
दरअसल, ठीक से नामाकंन पत्र नहीं भरने के कारण उसका पर्चा ही रद्द कर दिया गया. न्यूज18 इंडिया के चर्चित शो ‘भैया जी कहीं’ के भदोई में हुए प्रोग्राम के दौरान यह किसान भी पहुंचा. करण शुक्ला खाली वक्त में वॉजमैन का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि वो देश में महंगाई से काफी परेशान हैं. यही वजह है कि वो इस बार लोकसभा चुनाव में नामांकन भरने के लिए गए थे.
किसान के साथ हो गया खेला…
करण ने कहा, ‘मैं चुनाव लड़ने वाला था. खेत गिरवी रखकर चुनाव लड़ा लेकिन हमारा पर्चा खारिज हो गया. जांच कराईये. मैं बाहर वॉचमैनी करता था. पूछा गया कि क्यों चुनाव लड़ना है. तो उसने कहा कि इतनी महंगाई है.’ इसपर भैया जी ने पूछा तो क्या आप महंगाई दूर कर देंगे. करण ने कहा कि यह बात मोदी जी तक पहुंचाएंगे. पूछा गया कि क्या चुनाव लड़कर आप मोदी जी तक यह बात पहुंचाएंगे? उसने कहा- हां. क्यों अन्याय हो रहा है जनता के साथ.
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देश में महंगाई से है परेशान…
भैया जी ने उसे समझाया कि काहे पैसा बर्बाद कर रहे हैं? करण ने शो में मौजूद कांग्रेस-बीजेपी के उम्मीदवारों की ओर उंगली करते हुए कहा कि तो क्या ये सब भी पैसा बर्बाद कर रहे हैं? कहा गया कि इन नेताओं की तो बड़ी-बड़ी पार्टी है. करण बोला- ये जनता का पैसा है. इतनी महंगाई क्यों हो रही है. एक रुपये की चीज तीन रुपये की हो गई है. भैयाजी ने उसे कहा- तौ क्या चुनाव लड़ोगे. तुम्हारा सपोर्टर कौन है? उसने कहा कि मेरा सपोर्टर जनता है. 1200 गांव के लोग हैं.
…तो बच्चों का क्या होगा?
अपने एक परिचित की ओर ईशारा करते हुए करण ने कहा कि जांच करें, हमारे भाई का भी कॉपी रद्द हुआ है. 17 लोगों का हुआ है. इसपर भैया जी ने कहा कि ये भी खाली और तुम भी खाली. क्या नाम है आपका? दीनानाथ उपाध्याय. पूछा गया कि काहे इनका दिमाग खराब किए हो? दीनानाथ ने कहा कि इनका दिमाग खराब नहीं. अपना खेत गिरवी रखकर ये चुनाव लड़ रहा है. भैया जी ने उसे समझाया कि तुम्हारे बच्चों का क्या होगा फिर. लेकिन यह शख्स नहीं माना. इसने कहा कि मेरा मकसद जनता की सेवा करना है और बाद में इन्हें छुड़वा लेंगे.
Tags: 2024 Lok Sabha Elections, Loksabha Election 2024, Loksabha ElectionsFIRST PUBLISHED : May 15, 2024, 19:40 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed