दिल्‍ली-NCR के स्‍कूलों को बम से उड़ाने के ईमेल पर साइबर एक्‍सपर्ट ने दी

दिल्‍ली एनसीआर के स्‍कूलों में बम से उड़ाने की ईमेल में विस्‍फोटकों की धमकी के अलावा कई खौफनाक इरादे भी लिखे हुए हैं. अंग्रेजी में लिखे इस ईमेल के बारे में दिल्‍ली पुलिस के साइबर एक्‍सपर्ट ने दी जानकारी..

दिल्‍ली-NCR के स्‍कूलों को बम से उड़ाने के ईमेल पर साइबर एक्‍सपर्ट ने दी
Delhi-NCR School Bomb Threat: दिल्‍ली-एनसीआर के 80 से ज्‍यादा स्‍कूलों को बम से उड़ाने के मेल से हड़कंप मच गया है. स्‍कूलों को निजी तौर पर भेजे गए ईमेल में स्‍कूलों में बम रखे होने की सूचना के बाद स्‍कूलों में पुलिस, बम स्‍क्‍वॉड टीमें और फायर सर्विस की टीमें सर्च अभियान चला रही हैं. सभी स्‍कूलों को भेजे गए ईमेल की जांच दिल्‍ली पुलिस की साइबर टीमें भी कर रही हैं. इस ईमेल में स्‍कूलों में विस्‍फोटक डिवाइसें होने की धमकी के साथ ही कई खौफनाक बातें लिखी हुई हैं. दिल्‍ली पुलिस की साइबर टीम से जुड़े एक्‍सपर्ट किसलय चौधरी ने बताया कि दिल्‍ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा को भेजे गए सभी ईमेल्‍स की जांच की गई है. जिसमें मालूम चला है कि सभी स्‍कूलों को एक जैसा ही ईमेल किया गया है. काफी लंबे इस ईमेल में स्‍कूलों में बम होने और अल्‍लाह को कुर्बानी और शहादत पेश करने के नाम पर कत्‍लेआम की बात कही गई है. इस ईमेल में अंग्रेजी में एक लंबी कविता लिखी हुई है, जिसकी शुरुआती लाइनों में लिखा है कि वे जहां भी मिलें उन्‍हें मार डालो, उन्‍हें वहां से खींचकर निकालो, जहां से उन्‍होंने आपको बाहर किया था. इसके बाद स्‍कूलों में बम एक्‍सप्‍लोसिव होने की धमकी दी गई है. इस पूरी लंबी कविता में अल्‍लाह के नाम पर काफिरों को मारने और खुद को शहीद घोषित करने की भी बातें लिखी हैं. स्‍कूलों को भेजे गए धमकी भरे ईमेल में लिखी हैं ये बातें.. किसलय चौधरी ने कहा कि यह ईमेल आइडी भारत के सर्वर पर नहीं बनी है. बल्कि रूस के डोमेन पर बनी है. मेल डॉट आरयू के सर्वर पर बनी इस आइडी से इतना तो तय है कि इसे बनाने के लिए रशिया के सर्वर का इस्‍तेमाल किया गया है. यहां पर्सनल अकाउंट बनाकर इस तरह का ईमेल भेजा गया है. हालांकि यह खुरापात साइबर क्रिमिनल भारत में बैठकर भी कर सकते हैं और यह प्‍लानिंग के तहत की गई लग रही है. फिलहाल दिल्‍ली पुलिस के साथ मिलकर साइबर एक्‍सपर्ट की टीम इस ईमेल का आईपी एड्रेस ट्रेस करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि इसे भेजने वाले की पहचान की जा सके और उसे पकड़ा जा सके. साइबर एक्‍सपर्ट कहते हैं कि इस मेल को भेजने के पीछे सनसनी या पैनिक फैलाना भी हो सकता है. हालांकि यह बहुत ही खतरनाक तरीका है. . Tags: Delhi news, Delhi School, Greater noida news, Noida newsFIRST PUBLISHED : May 1, 2024, 13:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed