दिल्ली एनसीआर के Ghost मॉल जहां लगा रहता था तांता अब वहां वीरानी
दिल्ली एनसीआर के Ghost मॉल जहां लगा रहता था तांता अब वहां वीरानी
Delhi NCR Ghost Mall: दिल्ली एनसीआर समेत देश के टायर-1 सिटी में शॉपिंग मॉल कल्चर का प्रचलन सालों पुराना है. समय के साथ लोगों के बदलते रुझान की वजह से कई शॉपिंग मॉल खस्ता हाल स्थिति में पहुंच चुके हैं.
नई दिल्ली. देश के प्रमुख शहरों में मॉल कल्चर कोई नई बात नहीं है. शॉपिंग मॉल जाना, घूमना-फिरना, खाने का लुत्फ उठाना और खरीदारी करना बड़ी संख्या में लोगों को काफी पसंद है. दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अन्य टायर-1 सिटी में मॉल कल्चर को सोसाइटी के डेवलपमेंट का मानक तक माना जाने लगा. हालांकि, पिछले कुछ सालों में ई-कॉमर्स के प्रचलन ने काफी तेजी से विस्तार किया है. अब तो ऑनलाइन मनपसंद खाना घर बैठे मंगवाना काफी आम हो चुका है. जेनरेशन Z ऑनलाइन शॉपिंग को प्रायरिटी पर रखते हैं. इसका असर भी देखने को मिलता है. साथ ही लोगों के प्रिफरेंस में भी बदलाव आया है. तो क्या इन सबसे शॉपिंग मॉल भी प्रभावित हुए हैं? इसका फिलहाल कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा सकता है, लेकिन दिल्ली और आसपास के शहरों में कुछ ऐसा शॉपिंग मॉल हैं, जहां कभी लोगों की भीड़ उमड़ती थी, अब वहां वीरानी छाई रहती है. जहां लोगों की चहल-पहल रहती थी, वहां अब सन्नाटा पसरा रहता है.
दक्षिण दिल्ली के एंड्रयूज गंज में अंसल प्लाजा शॉपिंग मॉल है. यह शॉपिंग मॉल 35 एकड़ में फैला है, जहां ओपन स्पेस भी है. अंसल प्लाजा साल 1999 में अस्तित्व में आया था. वर्षों तक यहां बड़ी तादाद में लोग खाली समय बिताने, खरीदारी करने और खाने-पीने के लिए आते थे. वीकडेज हो या वीकएंड हर वक्त लोगों की भीड़ जुटी रहती थी. शनिवार और रविवार को तो यहां लोगों का रेला चला करता था, लेकिन अब अंसल प्लाजा में सन्नाटा पसरा रहता है. यहां की अधिकतर दुकानें खाली हैं. ऑक्युपेंसी रेट (दुकानों के किराये पर लगना) भी काफी कम हो चुका है. अंसल प्लाजा की गिनती घोस्ट मॉल में होने लगी है. नोएडा में स्थित ग्रांड वेनिस मॉल की स्थिति भी अंसल प्लाजा की ही तरह है. ग्रेटर कैलाश में स्थित JMD कोहिनूर शॉपिंग मॉल में वीरानी पसरी रहती है.
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बढ़ रहे Ghost मॉल
दिल्ली एनसीआर समेत देश के अन्य बड़े शहरों में कई शॉपिंग मॉल की स्थिति काफी खराब है. ये घोस्ट मॉल की श्रेणी में आ चुके हैं. ‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ ने रियल एस्टेट कंसल्टेंसी फर्म नाइट फ्रैंक की एक रिपोर्ट के हवाले से खबर प्रकाशित की है. इसके अनुसार, साल 2023 में घोस्ट मॉल की संख्या में 59 फीसदी तक की वृद्धि हुई है. दिल्ली एनसीआर में ऐसे शॉपिंग मॉल की तादाद सबसे ज्यादा है. इसकी कई वजहें बताई गई हैं. कंज्यूमर के स्वभाव में बदलाव, शॉपिंग का बदला ट्रेंड, लोगों के प्रिफरेंस में परिवर्तन, खराब प्रबंधन, घिसा-पिटा फॉर्मूला कुछ ऐसी वजहें हैं, जिसके कारण बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल लोगों के लिए तरस रहे हैं.
क्या है Ghost मॉल?
अब सवाल उठता है कि घोस्ट मॉल क्या है? दरअसल, जिस शॉपिंग मॉल में 40 फीसद या उससे ज्यादा दुकानें खाली हों तो उसे घोस्ट मॉल की श्रेणी में रखा जाता है. इसका मतलब यह भी होता है कि लोगों ने इन मॉल्स में प्रॉपर्टी तो खरीद ली है, लेकिन किरायेदार नहीं हैं. इस वजह से अधिकांश दुकानें खाली पड़ी रहती हैं. दरअसल, प्राइम लोकेशन या पॉश इलाके में स्थित शॉपिंग मॉल में दुकानों का किराया काफी ज्यादा होता है, ऐसे में यदि लोगों का रुझान हट जाता है तो सस्टेन करना काफी मुश्किल हो जाता है. देश में ऐसे मॉल की संख्या बढ़ रही है. हालांकि, काफी ऐसे शॉपिंग मॉल भी हैं, जो काफी सफल हैं.
Tags: Business news, Delhi news, Noida news, Shopping mallsFIRST PUBLISHED : May 31, 2024, 10:07 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed