35 हजार रुपये बढ़ गई हर आदमी की कमाई! जीडीपी ग्रोथ भी 10 फीसदी रहेगी!
35 हजार रुपये बढ़ गई हर आदमी की कमाई! जीडीपी ग्रोथ भी 10 फीसदी रहेगी!
Per Capita Income : देश की अर्थव्यवस्था में आई तेजी से आम आदमी की कमाई भी बढ़ गई है. एसबीआई रिसर्च की हालिया रिपोर्ट बताती है कि नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ 9.7 फीसदी रहने का अनुमान है, जबकि प्रति व्यक्ति आय इस वित्तवर्ष में 37 हजार रुपये बढ़ गई है.
नई दिल्ली. भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ के साथ ही आम आमदी की कमाई भी बढ़ती जा रही है. सरकार ने हाल में आंकड़े जारी कर बताया है कि चालू वित्तवर्ष में भारत की प्रति व्यक्ति आय पिछले साल के मुकाबले 35 हजार रुपये बढ़ गई है. एसबीआई ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि प्रति व्यक्ति आय बढ़ने के साथ ही देश की नॉमिनल जीडीपी ग्रोथ भी करीब 10 फीसदी के आसपास रहेगी. वैसे रियल जीडीपी ग्रोथ 6.4 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया गया था.
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय NSO) ने हाल में अनुमान लगाया था कि वास्तविक GDP वृद्धि में तेज गिरावट आई है और नॉमिनल GDP वृद्धि लगभग स्थिर है. इसी तरह, प्रति व्यक्ति नॉमिनल GDP में महत्वपूर्ण वृद्धि की उम्मीद है. रिपोर्ट में बताया गया है कि FY23 की तुलना में FY25 में प्रति व्यक्ति GDP लगभग 35,000 रुपये का इजाफा हुआ है. उद्योग के सभी उप-खंडों में FY25 में मंदी का भी अनुमान है. जिसके कारण FY25 में उद्योग की वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत रहने की संभावना है, जबकि FY24 में यह वृद्धि दर 9.5 प्रतिशत थी. रिपोर्ट में कहा गया कि FY24 की तुलना में FY25 में विनिर्माण और खनन दोनों में तेज गिरावट का अनुमान है.
ये भी पढ़ें – बैंकों पर चला आरबीआई का डंडा! 30 दिन में नहीं किया शिकायत का निपटारा तो ग्राहक को रोज चुकाने होंगे 100 रुपये
बढ़ जाएगी निजी खपत
एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट बताती है कि निजी खपत ने वास्तविक रूप में 7.3 प्रतिशत की सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की. इसका प्रति व्यक्ति समकक्ष 6.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करता है. हालांकि, प्रति व्यक्ति PFCE वृद्धि 5.3 प्रतिशत पर प्रति व्यक्ति GDP वृद्धि से अधिक है. अगर यह सच है, तो इसका मतलब है कि FY25 में निजी खपत को बचत में कमी करके वित्तपोषित किया गया है. लोगों ने बचत से ज्यादा खर्च पर जोर दिया है.
पूंजी निर्माण में भी छाई मंदी
SBI की रिपोर्ट ने मांग के चिंताजनक पहलू को भी उजागर किया है, जिसमें सकल पूंजी निर्माण में उल्लेखनीय मंदी देखी गई है. पूंजी निर्माण की नाममात्र वृद्धि 270 बेसिस पॉइंट्स घटकर 7.2% रह गई है (वास्तविक रूप में 6.4 प्रतिशत). रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कीमती वस्तुओं में भी उल्लेखनीय मंदी आई है. आयात ने नाममात्र रूप में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की है, लेकिन वास्तविक रूप में 1.3 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की है, जो पूंजी निर्माण में मंदी को दर्शाता है.
Tags: Business news, Economic growth, Per capita GDPFIRST PUBLISHED : January 9, 2025, 13:01 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed