Delhi MCD Election 2022: एमसीडी चुनाव के नतीजों के बाद कौन होगा दिल्ली का असली बॉस क्या मेयर का पावर CM केजरीवाल के बराबर हो जाएगा

Delhi MCD Election 2022: केंद्र सरकार ने 19 मई 2022 को तीन नगर निकायों के विलय के लिए अधिसूचना जारी किया था. दिल्ली नगर निगम चुनाव के बाद राजधानी में एक ही मेयर (Mayor) होंगे. मेयर के पास पहले से ज्यादा शक्तियां (Powers) होंगी. हालांकि, केंद्र सरकार ने जो बिल पास किया है, उसमें निगम के दिवालिया होने की वजहों, पार्षदों (Councillors) और मेयर को पावरफुल बनने या मिलने वाले नए अधिकारों का कोई जिक्र नहीं है.

Delhi MCD Election 2022: एमसीडी चुनाव के नतीजों के बाद कौन होगा दिल्ली का असली बॉस क्या मेयर का पावर CM केजरीवाल के बराबर हो जाएगा
नई दिल्ली. दिल्ली नगर निगम (MCD) चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान हो चुका है. एमसीडी चुनाव (Delhi MCD Election 2022) के लिए चार दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और सात दिसबंर को नतीजों का एलान होगा. देश की राजधानी में अब आचार संहिता भी लागू हो चुकी है. इस बार का एमसीडी चुनाव कई मायनों में दिलचस्प होने जा रहा है, क्योंकि तीनों नगर निगमों को एक करने के बाद पहली बार एमसीडी का चुनाव हो रहा है. पहले दिल्ली नगर निगम तीन भागों में उत्तरी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली में बंटा हुआ था. पहले दिल्ली में तीन मेयर (Mayor) भी हुआ करते थे, लेकिन अब तीनों को मिलाकर एक ही मेयर होंगे. एमसीडी में पिछले 15 सालों से बीजेपी का कब्जा है. पहली बार एमसीडी चुनाव नए परिसीमन के आधार पर होगा. ऐसे में सवाल यह उठता के एमसीडी चुनाव परिणाम पर परिसीमन का कितना असर होने वाला है? साथ ही क्या दिल्ली के मेयर का पावर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के पावर के बराबर हो जाएगा? बता दें कि साल 2017 के एमसीडी चुनाव में बीजेपी ने उत्तरी दिल्ली 64 वार्डों पर जीत हासिल की थी. यहां पर आम आदमी पार्टी को 21 और कांग्रेस को 16 वार्डों में ही जीत नसीब हुई थी. इसी तरह दक्षिणी दिल्ली में बीजेपी ने 2017 में 70, आप ने 16 और कांग्रेस ने 12 वार्डों पर जीत हासिल की थी. इसी तरह इस साल बीजेपी ने पूर्वी दिल्ली में 47 वार्डों में आप ने 12 और कांग्रेस ने तीन वार्डों पर जीत हासिल की थी.  दिल्ली नगर निगम चुनाव के बाद राजधानी में अब एक ही मेयर होंगे. (फोटो-न्यूज18) एमसीडी चुनाव के नतीजों के बाद कौन होगा दिल्ली का असली बॉस आपको बता दें कि साल 2017 के दिल्ली एमसीडी चुनाव में पहली बार आम आदमी पार्टी ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी. साल 2012 के एमसीडी चुनाव या उससे पहले बीजेपी और कांग्रेस में ही मुकाबला हुआ करती थी. साल 2012 में आम आदमी पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ा था. दिल्ली में अब 250 वार्डों पर होंगे चुनाव केंद्र सरकार ने पिछले दिनों ही दिल्‍ली नगर निगम को लेकर एक अधिसूचना जारी किया था. इस अधिसूचना के मुताबिक दिल्ली नगर निगम में अब अधिकतम 250 सीटें ही होंगी. इस अधिसूचना के तहत अब दिल्ली की एकीकृत नगर निगम की अधिकतम 250 सीटों में से 42 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित कर दी गई हैं. यह आरक्षण 2011 की जनगणना के आधार पर किया गया है. इससे पहले दिल्ली नगर निगम तीन निगमों में बंटा था, जिसमें कुल मिलाकर 272 वार्ड थे. दिल्ली में एमसीडी चुनाव के लिए चार दिसंबर को वोट डाले जाएंगे और सात दिसबंर को नतीजों का एलान होगा. (up24x7news.com) ये भी पढ़ें: Delhi News: परिसीमन के बाद कितना बदल जाएगा एमसीडी, जानें कितनी सीटों पर होंगे अब MCD चुनाव 19 मई 2022 को केंद्र सरकार ने तीनों नगर निकायों के विलय के लिए एक अधिसूचना जारी किया था. केंद्र सरकार ने जो बिल पास किया है, उसमें निगम के दिवालिया होने की वजहों, पार्षदों और मेयर को पावरफुल बनने या मिलने वाले नए अधिकारों का कोई जिक्र नहीं है. इसके साथ ही मेयर के पास कोई फाइनेंशियल पावर नहीं होगी, लेकिन सदन के पास बजट पास करने का अधिकार होगा. सदन की अध्यक्षता मेयर ही करेगा. इस सदन से पारित बजट में पैसा खर्च करना और बजट आवंटन करना जैसे सारे अधिकार नए बिल में कमिश्नर को दिए गए हैं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें up24x7news.com हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट up24x7news.com हिंदी| Tags: CM Arvind Kejriwal, Delhi mayor, Delhi MCD election, Delhi MCD Elections, Delhi-NCR News, Mcd electionsFIRST PUBLISHED : November 04, 2022, 19:44 IST