दिल्ली-NCR के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर कितना खर्च करेगी मोदी सरकार

मोदी सरकार ने नमो भारत ट्रेन के दिल्ली-गुरुग्रम-एसएनबी तक की परियोजना के लिए पिछले बजट में भी फंड दिया था. इस बजट में भी 3 हजार 596 करोड़ फंड दिया गया है. आपको बता दें कि मेरठ से दिल्ली के बीच 82.15 किलोमीटर का कॉरिडोर है, जिसका एक हिस्से पर परिचालन पिछले साल शुरू हो चुका है.

दिल्ली-NCR के पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर कितना खर्च करेगी मोदी सरकार
नई दिल्ली. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट में दिल्ली-एनसीआर ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया गया है. केद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट में एनसीआरटीसी और दिल्ली मेट्रो के लिए अलग-अलग बजट आवंटित किए हैं. इस बार के बजट में दिल्ली-एनसीआर के बीच बेहतर कनेक्टिविटी की मौजूदा योजनाओं को पूरा करने के साथ अगले पांच साल के प्लान पर फोकस किया गया है. हालांकि, इस बार के बजट में कोई नई योजना शुरू करने की बात नहीं है, लेकिन कई पुराने और अधूरे प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. सबसे पहले अगले 2 से 3 महीने में नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर जिसे एनसीआरटीसी भी कहते हैं, उसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इससे दिल्ली-मेरठ नमो भारत की रफ्तार मिलेगी. दिल्ली से हरियाणा और हरियाणा से मेरठ की दूरी इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद कम हो जाएगी. दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ योजना जल्द पूरा होने जा रहा है. इसके बाद दिल्ली-गुरुग्राम-एसएनबी तक परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. दिल्ली-एनसीआर की यातायात व्यवस्था सुधरेगी? आपको बता दें कि पिछले बजट में भी दिल्ली-गुरुग्रम-एसएनबी तक की परियोजना के लिए फंड दिया गया था. इस बजट में भी 3 हजार 596 करोड़ फंड दिया गया है. आपको बता दें कि मेरठ से दिल्ली के बीच 82.15 किलोमीटर का कॉरिडोर है, जिसका एक हिस्से पर परिचालन पिछले साल शुरू हो चुका है. आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में सार्वजनिक परिवहन को दुरुस्त करने लिए रेलवे से संबंधित अलग-अलग परियोजनाओं के लिए भी 2 हजार 577 करोड़ रुपये दिए गए हैं. राजधानी के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, बिजवासन रेलवे स्टेशन और सफदरजंग रेलवे स्टेशन को सुंदर और आधुनिक बनाने का काम चल रहा है. इसके साथ ही अमृत भारत योजना के तहत सब्जी मंडी, दिल्ली कैंट और होलंबी कला स्टेशन का भी विकास किया जा रहा है. ये भी पढ़ें: योगी सरकार का दस्ता आएगा आपके घर, खटखटाएगा दरवाजा, डोर नहीं खोला तो… गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में सड़कों पर जाम की समस्या एक बड़ी चुनौती बन गई है. पिछले कुछ सालों में ट्रांसपोर्ट कनेक्टिविटी बढ़ने के बाद भी इस समस्या से छुटकारा नहीं मिला है. आपको बता दें दिल्ली मेट्रो में हर रोज अमूमन 60 से 70 लोग यात्रा करते हैं. दिल्ली-एनसीआर से रोजाना लाखों लोग दिल्ली आवाजाही करते हैं. ऐसे में दिल्ली से सटे गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम और बहादुरगढ़ से रोज दिल्ली आने जाने वालों के लिए अगले पांच साल में कई तरह की सुविधाएं मिलने वाली हैं. दिल्ली मेट्रो के फेज-4 प्रोजेक्ट पूरा हो जाने के बाद दिल्ली से इन इलाकों की दूरी और घट जाएगी. Tags: Delhi Budget, Delhi Metro News, Public TransportationFIRST PUBLISHED : July 24, 2024, 09:53 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed