ऑटोवाले के घर पहुंचे केजरीवाल BJP भी चली AAP की राह ऑटो पॉलिटिक्स क्यों

Delhi Assembly Election News: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सियासत के केंद्र में ऑटोवाले आ गए हैं. आम आदमी पार्टी हो या भाजपा, सभी ऑटोवाले को वोट के पीछे पड़ चुके हैं. अब सवाल है कि आखिर दिल्ली में यह ऑटो पॉलिटिक्स क्यों हो रही है? आखिर ऑटोवालों की दिल्ली में कितनी ताकत है?

ऑटोवाले के घर पहुंचे केजरीवाल BJP भी चली AAP की राह ऑटो पॉलिटिक्स क्यों
नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव की मुनादी में अभी वक्त है. अगले साल के शुरुआत में दिल्ली के दंगल का सिकंदर ढूंढने की रेस होगी. पर सियासी पार्टियां अभी से ही सियासी बिगुल फूंक चुकी हैं. आम आदमी पार्टी ने तो कई सीटों पर अपने उम्मीदवार भी उतार दिए हैं. दिल्ली चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल हाइपर एक्टिव हो चुके हैं. वह जमीन पर आम आदमी पार्टी की जमीन मजबूत करने में जुट चुके हैं. अरविंद केजरीवाल हो या भाजपा…सबकी नजर उस वोटर पर है, जिसके वोट से नतीजे प्रभावित हो सकते हैं. जी हां, दिल्ली में अब ‘ऑटो पॉलिटिक्स’ शुरू हो गई है. तभी तो ऑटोवालों को लुभाने के लिए अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी आगे-आगे और भाजपा भी उसके पीछे-पीछे दौड़ रही है. दरअसल, दिल्ली में ऑटोवालों को लुभाने के लिए अरविंद केजरीवाल लगातार सियासी पासा फेंक रहे हैं. कभी ऑटोवालों को घर बुलाकर चाय पर चर्चा कर रहे हैं तो खभी खुद ऑटोवाले के घर जाकर खाना का रहे हैं. अरविंद केजरीवाल मंगलवार को कोंडली पहुंचे, जहां वह एक ऑटोवाले के घर खाना खाया. अरविंद केजरीवाल ऑटोवालों का वोट पाने के लिए ये सब कर रहे हैं. यही वजह है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले जनाधार बढ़ाने के प्रयास के तहत आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को शहर के ऑटो रिक्शा चालकों के लिए 10 लाख रुपये के जीवन बीमा सहित पांच ‘गारंटी’ की घोषणा की. इतना ही नहीं उन्होंने गारंटियों की पूरी लिस्ट भी गिना दी. ऑटो रिक्शाAr चालकों के लिए पांच गारंटी 10 लाख रुपये तक का जीवन बीमा पांच लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा एक बेटी की शादी के लिए एक लाख रुपये की सहायता साल में दो बार पोशाक के लिए होली और दिवाली पर 2,500 रुपये का भत्ता प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए उनके बच्चों की मुफ्त कोचिंग की व्यवस्था. केजरीवाल के पीछे-पीछे भाजपा चीफ सचदेवा अब आम आदमी पार्टी की तरह खुद भाजपा भी ऑटोवाले के लुभाने में जुट गई है. यही वजह है कि अरविंद केजरीवाल की राह पर भाजपा चीफ वीरेंद्र सचदेवा निकल पड़े हैं. उधर मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने ऑटो वालों के लिए घोषणाएं की तो आज यानी बुधवार को भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा हजरत निजामुद्दीन स्टेशन पहुंच गए. उन्होंने यहां पर ऑटो वालों के साथ चाय पर चर्चा की. भाजपा नेता सचदेबा की मानें तो वह यहां ऑटोवालों केके इनवाइट पर पहुंचे थे. उन्होंने कहा, ‘ऑटो वालों ने बताया कि अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने आए थे और उनकी सरकार में सबसे अधिक भ्रष्टाचार हो रहा है. लोगों ने बताया कि ट्रांसपोर्ट का कोई भी काम बिना दलालों के नहीं होता.’ ऑटोवालों के पीछे क्यों पड़ी आप-भाजपा अब सवाल है कि आखिर ऑटोवालों के पीछे आम आदमी पार्टी और भाजपा क्यों पड़ चुकी है? दिल्ली की सियासत में ऑटोवालों की भूमिका कितनी बड़ी है, क्या चुनाव को प्रभावित करने का ये ऑटोवाले माद्दा रखते हैं? अगर दिल्ली में ऑटोवालों की आबादी देखी जाए तो इसका सीधा जवाब हां ही होगा. क्योंकि दिल्ली में 1,00,000 ऑटो हैं. इसका मतलब है कि ऑटोवालों के घर में अन्य वोटर भी होंगे ही. दिल्ली चुनाव में ऑटोवाले अहम भूमिका निभाते हैं. यही वजह है कि आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों इस वोट बैंक को साधने में जुटी हैं. Tags: Aap vs bjp, Arvind kejriwal, Delhi Elections, Delhi newsFIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 12:13 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed