50 लोगों भी को-अक्यूजड बनाया जाए सिंघवी ने हाईकोर्ट में दी जोरदार दलील
50 लोगों भी को-अक्यूजड बनाया जाए सिंघवी ने हाईकोर्ट में दी जोरदार दलील
Arvind Kejriwal Bail Update:न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्ण ने केजरीवाल और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से पेश वकीलों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया.केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील दी कि सीबीआई का कहना है कि केजरीवाल ने इस पर साइन किए हैं. बिल्कुल 15 अन्य लोगों ने भी इस पर साइन किए हैं. एलजी ने इस पर साइन किए हैं.
नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान सीबीआई ने शराब घोटाले में ‘सूत्रधार’ बताया हैं. वहीं केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सीबीआई की दलीलों का विरोध करते जो कहा उससे 50 से ज्यादा नौकरशाहों की दिक्कत बढ़ सकती है. हाईकोर्ट ने शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में केजरीवाल की जमानत याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है.
न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्ण ने केजरीवाल और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से पेश वकीलों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया.केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने दलील दी कि सीबीआई का कहना है कि केजरीवाल ने इस पर साइन किए हैं. बिल्कुल 15 अन्य लोगों ने भी इस पर साइन किए हैं. एलजी ने इस पर साइन किए हैं. मैं एलजी को सह-आरोपी नहीं बनाना चाहता, लेकिन सीबीआई को अपने तर्क के अनुसार, उन्हें भी आरोपी बनाना चाहिए. मुख्य सचिव सहित 50 नौकरशाहों को भी सह-आरोपी बनाया जाना चाहिए.
सिंघवी ने आगे कहा कि केजरीवाल के खिलाफ कोई सीधा सबूत या कुछ भी नहीं है. CBI विजय नायर को मुख्य आरोपी बताते रहते हैं, जबकि विजय नायर को सीबीआई केस में बहुत पहले ही जमानत मिल गई थी. सीबीआई केजरीवाल को सूत्रधार कहती हैं, लेकिन वे इस सूत्रधार के बारे में एक भी बात नहीं बताते. शराब नीति से निपटने के लिए नौ अंतर-मंत्रालयी समितियां थीं, इनमें विभिन्न विभागों के अधिकारी थे. एक साल बाद, जुलाई 2021 में नीति प्रकाशित हुई. यह एक संस्थागत फैसला है.
सीबीआई ने मामले में केजरीवाल की जमानत याचिका का विरोध करते हुए उन्हें आबकारी घोटाले का ‘सूत्रधार’ बताया और कहा कि अगर उन्हें रिहा किया जाता है तो वह गवाहों के प्रभावित कर सकते हैं. सीबीआई की ओर से पेश अधिवक्ता डी.पी. सिंह ने कहा कि उनकी (केजरीवाल) गिरफ्तारी के बगैर जांच पूरी नहीं की जा सकती थी. हमने एक महीने के अंदर आरोप पत्र दाखिल किया. उनकी गिरफ्तारी के बाद हमें सबूत मिले. उनकी अपनी पार्टी के कार्यकर्ता खुद जवाब देने के लिए सामने आए. इससे पहले दिन में सीबीआई ने मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दुर्गेश पाठक समेत पांच अन्य के खिलाफ निचली अदालत में अपना अंतिम आरोपपत्र दाखिल किया.
केजरीवाल की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि उन्हें जेल में ही रखने के मकसद से यह गिरफ्तारी की गई थी. उन्होंने कहा कि केजरीवाल के खिलाफ कोई प्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं है और जांच एजेंसी ने उन्हें अनुमानों और कल्पनाओं के आधार पर गिरफ्तार किया था. सिंघवी ने कहा कि आबकारी नीति एक संस्थागत निर्णय था, जिस पर कई समितियों से गुजरने के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल ने भी हस्ताक्षर किए थे. उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में शामिल अन्य लोगों को भी सह-आरोपी बनाया जाना चाहिए.
सिंघवी ने कहा कि 15 अन्य लोगों ने भी इस पर हस्ताक्षर किए हैं. उपराज्यपाल ने इस पर हस्ताक्षर किए हैं…उनके (सिंह के) तर्क के अनुसार, इन लोगों को भी आरोपी बनाया जाना चाहिए. सीबीआई ने केजरीवाल को 26 जून को तिहाड़ जेल से गिरफ्तार किया था जब वह ईडी द्वारा दर्ज धनशोधन मामले में न्यायिक हिरासत में थे.
Tags: Arvind kejriwal, Delhi liquor scamFIRST PUBLISHED : July 30, 2024, 19:55 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed