लोकसभा में आम बजट 2024 पर चर्चा को दौरान विपक्ष के नेता राहुल गांधी से सरकार की तीखी आलोचना की. उन्होंने एक बार फिर पिछड़ी जाति के वोटबैंक साधने की कोशिश में आरोप लगाया कि बजट निर्माण में 20 अधिकारी लगे थे लेकिन उसमें पिछड़े और अल्पसंख्यक समुदाय के केवल दो अधिकारी थे. राहुल गांधी के इस बयान पर खूब हंगामा हुआ. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल का यह बयान सुनकर एक मिनट के लिए माथा पकड़ लिया.
दरअसल, राहुल गांधी लोकसभा चुनाव के पहले से ही अन्य पिछड़ा वर्ग को साधने की कोशिश में जुटे हैं. इसी कारण वह लगातार जाति आधारित जनगणना की बात करते रहे हैं. वह लगातार केंद्र सरकार की ब्यूरोक्रेसी में ओबीसी की भागीदारी का भी मुद्दा उठाते हैं. इसी कड़ी में उन्होंने लोकसभा में यह बयान दिया.
खूब हुआ हंगामा
उनका यह बयान काफी चर्चित हो गया. फिर भाजपा नेताओं ने भी उनका बखूबी जवाब दिया. छत्तीसगढ़ से भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने इसको लेकर सीधे राहुल गांधी पर वार किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी में कई ओबीसी और दलित सांसद जीत कर संसद आए हैं. ऐसे में राहुल गांधी क्यों विपक्ष के नेता बन गए. वह किसी अन्य दलित या ओबीसी नेता को क्यों नहीं नेता प्रतिपक्ष बना देते. इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस पर तीखे हमले किए. अग्रवाल ने कहा कि लोकसभा में 99 सीटें पाने वाली पार्टी 240 सांसदों वाली पार्टी को बता रही है कि हम फेल हो गए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक वर्ग को भ्रमित करने का काम करती है.
इससे पहले राहुल के भाषण के दौरान लोकसभा में खूब हंगामा हुआ. राहुल ने बजट में अग्निवीर का जिक्र नहीं होने पर भी निर्मला सीतारमण की आलोचना की. इस रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खुद खड़े हुए और कहा कि नेता प्रतिपक्ष इस मसले पर देश को गुमराह कर रहे हैं. राहुल गांधी के कई बयानों पर स्पीकर ओम बिड़ला ने भी उन्हें टोका. संसदीय कार्यमंत्री किरन रीजीजू ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष सदन के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं.
Tags: Congress leader Rahul Gandhi, Loksabha SpeakerFIRST PUBLISHED : July 29, 2024, 17:44 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed