बांग्लादेश हिंसा पर घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें ममता के हिंदू प्रेम पर BJP

Mamata Banerjee Bangladesh Violence: विधानसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि भारत-बांग्लादेश के बीच के द्विपक्षीय मुद्दों पर टिप्पणी करना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है, क्योंकि बंगाल देश की संघीय व्यवस्था में केवल एक राज्य है.

बांग्लादेश हिंसा पर घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें ममता के हिंदू प्रेम पर BJP
कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की तैनाती की मांग की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मामले में दखल करने की अपील की ताकि पड़ोसी देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. बनर्जी की यह टिप्पणी उस समय आई जब कुछ दिन पहले बांग्लादेश में हिंदू साधु चिन्मय कृष्ण दास को गिरफ्तार कर देशद्रोह का आरोप लगाया गया था. कई रिपोर्टों के अनुसार, 29 नवंबर को उन्हें जेल में दवाइयां देने गए दो अन्य साधुओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया. पश्चिम बंगाल विधानसभा के शीतकालीन सत्र को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, “भारत सरकार इस मामले को संयुक्त राष्ट्र के सामने उठा सकती है. ताकि बांग्लादेश में शांति सेना भेजी जा सके.” उन्होंने कहा, “हमारे परिवार… संपत्तियां… और प्रियजन बांग्लादेश में हैं. हम भारत सरकार के किसी भी रुख को स्वीकार करते हैं… लेकिन हम दुनिया में कहीं भी धार्मिक आधार पर हो रहे अत्याचारों की निंदा करते हैं और केंद्र सरकार तथा प्रधानमंत्री से दखल देने की अपील करते हैं.” बनर्जी ने यह भी कहा कि विदेश मंत्री को बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति पर भारत के रुख से संसद को अवगत कराना चाहिए. ममता बनर्जी ने आगे दावा किया कि उन्होंने कोलकाता में इस्कॉन के प्रमुख से बात की है और अपना समर्थन जताया है. उन्होंने कहा, “अगर बांग्लादेश में भारतीयों पर हमला होता है, तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.” ‘ममता को घड़ियाली आंसू बहाना बंद करना चाहिए’: बीजेपी भाजपा ने बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए ममता के रुख को “मगरमच्छ के आंसू” कहकर उन पर हमला किया. पार्टी ने आरोप लगाया कि उन्होंने खुद “अपने मुस्लिम वोट बैंक को मजबूत करने” के लिए हिंदू धार्मिक संगठनों को निशाना बनाया था. अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट किया, “ममता बनर्जी को बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए घड़ियाली आंसू बहाना बंद करना चाहिए…” उन्होंने आगे कहा, “अभी कुछ समय पहले उन्होंने अपने मुस्लिम वोट बैंक को मजबूत करने के लिए पश्चिम बंगाल में रामकृष्ण मिशन, भारत सेवाश्रम संघ और इस्कॉन जैसे भिक्षुओं और हिंदू धार्मिक संगठनों को व्यक्तिगत रूप से निशाना बनाया था. इसके विरोध में हजारों भगवाधारी साधु और लाखों हिंदू भक्त कोलकाता में सड़कों पर उतरे थे.” बीजेपी नेता ने कहा, “वह नीच और हिंदू-घृणा करने वाली पाखंडी हैं. पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश के हिंदुओं जैसा ही हश्र होने से बचाने के लिए उससे छुटकारा पाने की जरूरत है.” FIRST PUBLISHED : December 2, 2024, 16:45 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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