बांग्‍लादेश की तबाही से भारत मालामाल दुनियाभर से आ रहे ऑफर मिलेगा रोजगार

Bangladesh Crisis India Opportunity: तख्‍ता पलट की शिकार बांग्‍लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने आर्थिक मामलों में अपने देश को दुनिया के मानचित्र पर ला दिया था. अब पड़ोसी देश में आई राजनीतिक संकट ने भारत के लिए बड़ा मौका उपलब्‍ध कराया है.

बांग्‍लादेश की तबाही से भारत मालामाल दुनियाभर से आ रहे ऑफर मिलेगा रोजगार
नई दिल्‍ली. बांग्‍लादेश में प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार को सत्‍ता से हटाने के बाद पड़ोसी देश में हालात लगातार खराब हो रहे हैं. शेख हसीना निर्वासित जीवन बिताने को मजबूर हैं. पूर्व पीएम ने बांग्‍लादेश की अर्थव्‍यवस्‍था को दुनिया के पटल पर ला दिया था. खासकर गारमेंट इंडस्‍ट्री को ऊंचाइयों तक पहुंचाया था. अब बांग्‍लादेश में धीरे-धीरे कट्टरपंथियों का प्रभाव बढ़ता जा रहा है. मौजूदा हालात से देश में बिजनेस सेंटिमेंट को भी गहरा धक्‍का लगा है. अर्थव्‍यवस्‍था चरमराने लगी है. ग्‍लोबल बिजनेस प्‍लेयर्स ने बांग्‍लादेश से परहेज करना शुरू कर दिया है. खासकर कपड़ा उद्योग को राजनीतिक संकट से तगड़ा झटका लगा है. यह भारत की टेक्‍सटाइल इंडस्‍ट्री के लिए बड़ा अवसर बनता जा रहा है. विदेशों से इंडियन गारमेंट इंडस्‍ट्री के लिए लगातार ऑफर आ रहे हैं. टेक्‍सटाइल सेक्‍टर की लीडिंग कंपनी रेमंड के चेयरमैन और MD गौतम हरि सिंघानिया ने बताया कि दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों की ओर से लगातार ऑफर आ रहे हैं. बता दें कि बांग्‍लादेश ने टेक्‍सटाइल सेक्‍टर में अभूतपूर्व सफलता हासिल की थी. दुनियाभर में उसकी साख बनी थी, लेकिन मौजूदा राजनीतिक संकट ने इन सारी उपलब्धियों पर एक झटके में पानी फेर दिया है. रेमंड के चेयरमैन गौतम हरि सिंघानिया ने बताया कि कंपनी को पड़ोसी बांग्लादेश में संकट के बाद दुनिया की अन्‍य कंपनियों से बड़ी संख्या में ऑफर मिले हैं और वह इस अवसर का लाभ उठाने के लिए तैयार हैं. रेमंड ने दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी सूट बनाने वाली कंपनी बनने के लिए व्‍यापक पैमाने पर इन्‍वेस्‍ट किया है. बांग्‍लादेश से गारमेंट बिजनेस के भारत आने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि हमें ऐसी उम्मीद है. हम मिल रहे प्रस्ताव को देख रहे हैं. सिंघानिया ने कहा कि इसमें थोड़ा समय लगेगा, लेकिन हमें निश्चित रूप से इस पर सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं. क्या शेख हसीना का पासपोर्ट भारत के लिए मुसीबत? 12 दिन और बचे; अब क्या हैं ऑप्शन ‘भारत बेहतर स्थिति में’ गौतम सिंघानिया ने बताया कि भारत अपनी सीधी आपूर्ति क्षमताओं के साथ बेहतर स्थिति में है. रेमंड जैसी कंपनियां कपड़ा और गारमेंट बिजनेस दोनों में मौजूद है. इससे इंटरनेशनल ब्रांड को काफी समय की बचत भी होगी. सिंघानिया ने कहा, ‘बांग्लादेश में कपड़े की आपूर्ति नहीं है. भारत के पास कपड़े की सप्‍लाई का लाभ उठाने का एक शानदार अवसर है, क्योंकि हमारे पास यहां कपड़े का आधार है. उनके पास केवल गारमेंट का ही बेस है.’ रेमंड के प्रमुख ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं कि हमारे पास ये क्षमताएं हैं. हम हमेशा अवसरों की तलाश में रहते हैं. थोक के भाव में मिलेगा रोजगार टेक्‍सटाइल और गारमेंट इंडस्‍ट्री के ग्रो करने से भारत में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर बनने की भी संभावना है. गौतम सिंघानिया ने कहा कि भारतीय लेबर बांग्लादेश की तुलना में अधिक महंगा हो सकता है, लेकिन यदि मामले को लार्जर स्‍केल पर देखें तो हमारे पास कपड़ा और सीधी आपूर्ति है. हमलोग आपका समय बचाते हैं. इसके अलावा भारत एक राजनीतिक रूप से स्थिर देश है, जिसमें एक बड़ा मध्यम वर्ग है और उपभोग और विनिर्माण क्षमताएं भी बहुत अच्छी हैं. Tags: Bangladesh news, National News, Textile BusinessFIRST PUBLISHED : September 1, 2024, 17:31 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed