यूपी के इस अखाड़े की अलग है पहचान 500 से अधिक पहलवान देश की कर रहे हैं सेवा
यूपी के इस अखाड़े की अलग है पहचान 500 से अधिक पहलवान देश की कर रहे हैं सेवा
35 वर्ष पूर्व बिन्दू सिंह ने अपने निजी खर्चे पर तैयार कराया था. तब यहां बच्चों की संख्या 15 से 20 हुआ करती थी. धीरे-धीरे इस अखाड़े की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि यहां बच्चों का एक बड़ा समूह तैयारी करने लगा. यहां हरियाणा, राजस्थान, मेरठ, मुजफ्फरनगर से बच्चे आकर कुश्ती की ट्रेनिंग ले रहे हैं. यहां के 500 से अधिक बच्चे स्पोर्ट्स कोटा से देश की सेवा कर रहे हैं.
बागपत. खेल की बारीकियों को सीखने के लिए युवा लाखों रूपए खर्च कर देते हैं. वहीं बागपत में एक अखाड़ा ऐसा भी है, जहां आज भी बच्चों को फ्री में पहलवानी की ट्रेनिंग दी जाती है. यहां से निकलकर बच्चे कुश्ती में देश और जनपद का नाम रोशन कर रहे हैं. इस अखाड़े को लगभग 35 वर्ष पूर्व तैयार कर शुरू किया गया था. इस अखाड़े के 500 ऐसे बच्चे हैं, जो यहां से तैयारी कर देश सेवा में अपना योगदान दे रहे हैं.
35 वर्ष पूर्व अखाड़े की हुई थी शुरूआत
बागपत का यह अखाड़ा खेकड़ा पाठशाला बस स्टैंड के समीप है, जिसे करीब 35 वर्ष पूर्व बिन्दू सिंह ने अपने निजी खर्चे पर तैयार कराया था. तब यहां बच्चों की संख्या 15 से 20 हुआ करती थी. धीरे-धीरे इस अखाड़े की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई कि यहां बच्चों का एक बड़ा समूह तैयारी करने लगा. यहां हरियाणा, राजस्थान, मेरठ, मुजफ्फरनगर से बच्चे आकर कुश्ती की ट्रेनिंग ले रहे हैं. इस अखाड़े में बच्चों के रहने की व्यवस्था भी कराई गई है. इस अखाड़े से गांव-गांव में भी कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में प्रदेशके पहलवान अपना दम-खम दिखाते हैं.
अखाड़े से निकलकर देशकी सेवा में लगे हैं बच्चे
अखाड़ा संचालक बिन्दु सिंह ने बताया कि यहां से करीब 500 बच्चे तैयारी कर स्पोर्ट्स कोटे से देश की सेवा कर रहे हैं. वहीं स्टेट और नेशनल खिलाड़ी भी इस अखाड़े से तैयार हुए हैं. यहां आज भी पुराने तरीके से पहलवानी की जाती है. वर्षों पुराने अखाड़े में रोजाना युवा पहलवान इकट्ठा होकर अभ्यास करते हैं. बिन्दू सिंह का यह अखाड़ा कुश्ती के लिए पूरे सूबे में प्रसिद्ध है. यहां सभी बच्चों को मुफ्त में ट्रेनिंग दी जाती है और रह तरह की सुविधा प्रदान की जाती है.
Tags: Baghpat news, Local18, Sports news, UP newsFIRST PUBLISHED : September 17, 2024, 16:30 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed