धान-गेहूं नहीं किसान शुरू करें इस फसल की खेती 10-15 हजार की लागत से मिलेगा
धान-गेहूं नहीं किसान शुरू करें इस फसल की खेती 10-15 हजार की लागत से मिलेगा
कभी किसान केवल धान, गेहूं, और मोटे अनाजों की पैदावार पर निर्भर होते थे, जो उनकी आय का मुख्य स्रोत था लेकिन आज के दौर में किसानों ने इस सोच से परे जाकर टमाटर, बैंगन, शिमला मिर्च, तोरई, कद्दू जैसी फसलों की खेती को अपनी कमाई का नया जरिया बना लिया है. इस विविधतापूर्ण खेती से अब किसान साल भर लाखों रुपये की आमदनी करने में सफल हो रहे हैं.
सनन्दन उपाध्याय/बलिया: बाल झड़ने पर कोई कितना परेशान हो सकता है? इतना कि वो आत्महत्या कर ले. सुनकर लगेगा कि ये कैसी बात है. लेकिन एक लड़की ने ऐसा सच में किया है. ऐसा किया किया है बलिया की होनहार बेटी श्रेया ने…श्रेया चितबड़ागांव थाना क्षेत्र के उसरौलिया गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने वाराणसी में बाल झड़ने की वजह से आत्महत्या कर ली है…श्रेया अपनी मेहनत से एक मॉल में फ्लोर मैनेजर की नौकरी कर रही थीं. सोचकर देखिए, उसने सिर्फ इसलिए सुसाइड कर ली क्योंकि उसके बाल झड़ रहे थे.
बाल झड़ने की वजह से की आत्महत्या
श्रेया के भाई विपिन कुमार सिंह ने बताया, ‘मेरी बहन वाराणसी में फ्लोर मैनेजर की पद पर कार्यरत थी. वो काफी दिनों से बाल झड़ने की समस्या से जूझ रही थी. लेकिन वो इतना बड़ा कदम उठा लेगी इसका अंदाजा किसी को नहीं था.’ श्रेया के भाई कहते हैं कि उनकी बहन ने यह नहीं सोचा कि उसके जाने के बाद परिवार का क्या हाल होगा.
थमने का नाम नहीं ले रहा था हेयर फॉल
मृतक श्रेया के भाई ने आगे कहा कि श्रेया 6 महीने से बाल झड़ने को लेकर बेहद तनाव में थी. इस परेशानी से बचने के लिए कई जगह उसका इलाज भी कराया था. इसके पीछे का कारण डॉक्टर ने लीवर में इंफेक्शन बताया था. दवा भी चल रही थी. लेकिन अचानक टेंशन की वजह से बहन श्रेया ने इतना बड़ा कदम उठा लिया कि आज पूरे परिवार के लिए दु:ख असहनीय बन गया है.
परिवार वालों ने की यह अपील
परिवार वालों का कहना है कि उन्हें इस बात का कतई अंदाजा नहीं था. परिवार वालों ने सभी माता-पिता और बच्चों से अपील करते हुए कहा, ‘जीवन में हौसला कभी खोना नहीं चाहिए. क्योंकि जिंदगी दोबारा नहीं मिलती है. ऐसी घटनाएं जीवन भर मां-बाप के हृदय को दर्द देती रहती हैं. मां-बाप के लिए ऐसा दर्द कभी कम नहीं होता. जीवन भर के लिए एक चुभन बन जाता है. जीवन में समस्या आती है, धैर्य रखना चाहिए. एक दिन वो जरूर खत्म होती है.’
Tags: Ballia news, Local18FIRST PUBLISHED : August 12, 2024, 12:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed