श्याम जी के इस मंदिर में लाल कपड़े में यह चीज बांधने से पूरी होती है मनोकामना!

श्याम मन्दिर में लोग अपनी अरदास लाल कपड़े में नारियल बांध कर लगाते हैं. ऐसी मन्दिर की मान्यता है कि  जो श्रद्धालु इस तरह अपनी मनोकामनाओं की अरदास लगाते हैं, बाबा उनकी मनोकामना जरूर पूरी करते हैं.

श्याम जी के इस मंदिर में लाल कपड़े में यह चीज बांधने से पूरी होती है मनोकामना!
बहराइच: बहराइच शहर में स्थित  श्याम मन्दिर बड़ा ही मशहूर है.यहां  हर वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है. इस दिन श्याम बाबा की प्रतिमा के सामने कृष्ण जी का झूला सजता है. दर्शनों के लिए  श्रद्धालुओं की जमकर भीड़ उमड़ती है. लाल कपड़े में बांधी जाती है ये चीज! श्याम मन्दिर में लोग अपनी अरदास लाल कपड़े में नारियल बांध कर लगाते हैं. ऐसी मन्दिर की मान्यता है कि  जो श्रद्धालु इस तरह अपनी मनोकामनाओं की अरदास लगाते हैं, बाबा उनकी मनोकामना जरूर पूरी करते हैं. श्याम बाबा से सच्चे दिल से मांगी गई हर अरदास पूरी होती है. संध्या के समय अद्भुत दृश्य श्याम बाबा के मंदिर में वैसे तो हर वक्त सुंदर माहौल होता है. लेकिन शाम के समय यहां के  दर्शन अद्भुत होते हैं. जहां एक ओर बाबा की आरती तो वहीं दूसरी ओर सुंदर-सुंदर जगमगाती लाइटें. मानो जैसे स्वर्ग का नजारा हो. ऐसे किया जाता है बाबा का श्रृंगार  श्याम बाबा के सिंगार में गुलाब, चंपा, चमेली, गेंदा और नीले रंग के फूलों का इस्तेमाल किया जाता है. इन फूलों से सजाने के बाद बाबा का गृह खुशबू से महकता रहता है. श्रृंगार के समय बाबा को मनमोहन देव वस्त्रों में भी सजाया जाता है. बाबा श्याम को श्रृंगार आरती और संध्या आरती के समय सजाया जाता है. इन दोनों आरती के समय भक्तों की भीड़ रहती है और भक्तों का मानना है कि इन दोनों आरती के समय श्याम के दर्शन करने से उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मन्दिर प्राण प्रतिष्ठा श्याम बाबा मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा वर्ष 2002 में हुई थी. यह मंदिर बहराइच शहर के रेलवे स्टेशन के पास स्थित है. इस भव्य मन्दिर में प्रतिदिन संध्या आरती में भक्तों की भीड़ लगती है. आरती के बाद लोग बाबा से अपनी मनोकामनाओं की अरदास लगाते हैं. आरती में बूढ़े, बच्चे, महिलायें सभी शामिल होते हैं. हर वर्ष मन्दिर में विभिन्न भक्तिमय कार्यक्रम भी कराए जाते हैं. जिसमें बहराइच शहर के लोगों के साथ-साथ दूरदराज के लोग भी आते हैं. Tags: Hindi news, Local18, Religion 18FIRST PUBLISHED : August 20, 2024, 09:34 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ेंDisclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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