जिस तकनीक से हुआ था राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम KGMU भी करेगा उसकी शुरुआत

प्रवक्ता सुधीर सिंह ने बताया कि अभी तक एक पोस्टमार्टम में कम से कम एक घंटे से ज्यादा का वक्त लगता था, लेकिन इससे प्रक्रिया भी जल्दी हो जाएगी. आसान हो जाएगी और शव खराब भी नहीं होगा और परिजनों को भी घंटों शव के लिए इंतजार भी नहीं करना होगा.

जिस तकनीक से हुआ था राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम KGMU भी करेगा उसकी शुरुआत
अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ : हास्य कलाकार और देशभर में मशहूर राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम जिस तकनीक से दिल्ली के एम्स में किया गया था अब उसी तकनीक को अपनाकर केजीएमयू भी आगे बढ़ेगा. आपको बता दें कि राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम बिना चीर-फाड़ के सीटी स्कैन, एमआरआई मशीन और स्कैनर से कुछ ही समय में पूरा कर दिया गया था. अब खुद को हाईटेक बनाने के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी भी इसी रास्ते को अपने जा रही है. केजीएमयू के प्रवक्ता डॉक्टर सुधीर सिंह ने बताया कि किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में जो नया मोर्चरी हाउस बन रहा है वहां पर इस सुविधा को शुरू किया जाएगा. पोस्टमार्टम से नहीं होगा शरीर पर कोई नुकसान डॉक्टर सुधीर सिंह ने बताया कि अब हर एक शव का सिर न खोलने पड़े इसके लिए स्कैनर से ही उसका पूरा पोस्टमार्टम हो जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी तक जब भी यहां पर कोई संदिग्ध मौत का मामला आता है तो उसमें सिर खोलने के साथ ही शरीर की चीर फाड़ करके ही मौत का असली पता लगाया जाता है. तभी पुलिस की कार्रवाई होती है वो आगे बढ़ पाती है. पोस्टमार्टम के दौरान चीर फाड़ की प्रक्रिया के कारण शव पूरी तरह से खराब हो जाता है, जिस वजह से कई बार मृतक के घर वाले तो सवाल उठाते ही हैं और साथ में वह खुद भी पोस्टमार्टम कराने से बचते हैं. ऐसे में स्कैनर अब शव को खराब किए बिना ही पोस्टमार्टम की प्रक्रिया को पूरा करेगा. चंद मिनटों में पूरा होगा पोस्टमार्टम प्रवक्ता सुधीर सिंह ने बताया कि अभी तक एक पोस्टमार्टम में कम से कम एक घंटे से ज्यादा का वक्त लगता था, लेकिन इससे प्रक्रिया भी जल्दी हो जाएगी. आसान हो जाएगी और शव खराब भी नहीं होगा और परिजनों को भी घंटों शव के लिए इंतजार भी नहीं करना होगा. उन्होंने बताया कि नई बिल्डिंग बेहद हाईटेक होगी. अभी तक पुरानी बिल्डिंग जो बड़ा इमामबाड़ा के पीछे है वहां पर पोस्टमार्टम होते हैं. . Tags: Local18, Lucknow news, Uttar Pradesh News HindiFIRST PUBLISHED : April 27, 2024, 17:06 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
Note - Except for the headline, this story has not been edited by Jhar Khabar staff and is published from a syndicated feed