बरसात में यह जगह बन जाती है नरक का द्वार! प्लान बना रहे हैं तो हो जाएं सावधान

Prayagraj News: बारिश के मौसम में कुछ जगह खतरनाक हो जाती है.लेकिन लोगों को इस बारे में जानकारी नहीं होती. आइए जानते हैं इन खतरनाक जगहों के बारे में.

बरसात में यह जगह बन जाती है नरक का द्वार! प्लान बना रहे हैं तो हो जाएं सावधान
रजनीश यादव /प्रयागराज: प्रयागराज के फाफामऊ में मातादिन के पूर्व पर स्थित बसना देवी काली मंदिर पर्यटन के दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण जगह है. लेकिन बरसात में यहां जाने पर आपके साथ दुर्घटना होने की संभावना रहती है. इस मंदिर तक पहुंचने वाली सड़क पूरी तरह से कच्ची सड़क है, जो बारिश में खराब हो जाती है. ऐसे में बारिश के मौसम में अगर काली घाटी घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो कुछ दिनों तक रुक कर ही जाएं. काली घाटी की यह है खूबसूरती प्रयागराज में काली घाटी फाफामऊ में स्थित है. जो दिन भर बिना टिकट के पर्यटकों के लिए खुला रहता है. यह जगह धार्मिक पर्यटन के साथ ही एडवेंचर के लिए लोगों को खूब आकर्षित करती है. जहां चारों ओर गहरी खाई नजर आती है. तो वहीं टापू पर स्थित काली माता का मंदिर नजर आता है. यह चारों से घिरी झाड़ियां के बीच में स्थित एडवेंचर प्लेस है. काली घाटी बन गई है लोगों की पसंद प्रयागराज के फाफामऊ में एक स्थान जो टापू पर स्थित है. इन दोनों प्रयागराज वालों के लिए पर्यटन की पहली पसंद बन गई है. जमीन से काफी ऊंचाई पर स्थित इस जगह को काली घाटी नाम से जाना जाता है. जहां प्राकृतिक सौंदर्य के बीच यह जगह मौजूद है. काली घाटी में ऊंचाई पर स्थित काली माता के मंदिर पर जाने के लिए आदि सीधी मिट्टी की है. तो वहीं आधी सीढ़ियां पक्की बनी हुई है जिस पर आने वाले लोग कई बार चढ़ते उतरते हैं. प्राकृतिक वादियों में स्थित इस खूबसूरत नजारे को देखने के लिए काली माता के मंदिर के पास पर्यटक पहुंचते हैं. बरसात में जाना है रिस्की काली घाटी में ऊंचाई पर स्थित काली माता के मंदिर पर जाने के लिए आदि सीधी मिट्टी की है तो वही आधी सीढ़ियां पक्की बनी हुई है. जिस पर आने वाले लोग कई बार चढ़ते उतरते हैं. प्राकृतिक वादियों में स्थित इस खूबसूरत नजारे को देखने के लिए काली माता के मंदिर के पास पर्यटक पहुंचते हैं. जब हम इस जगह पर पहुंचते हैं, तो वहां पर भगवान भोलेनाथ मां काली एवं अन्य देवी देवताओं के मंदिर को देखते हैं. इसके अलावा यहां पर संत भोलू लाल जी कल आश्रम भी है. Tags: Local18, PrayagrajFIRST PUBLISHED : August 16, 2024, 15:56 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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