किसान सम्मान निधि पाने के लिए कराना होगा फेस ई–केवाईसी नहीं तो रुक जाएगा पैसा

Kisan Samman nidhi KYC: कुछ वृद्धि किसानों के उंगलियों के निशान घिस जाने के कारण फिंगर प्रिंट  से उनकी केवाईसी नहीं हो पा रही है जिसके कारण उनको किसान सम्मन निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में फेस ई–केवाईसी हो जाने से...

किसान सम्मान निधि पाने के लिए कराना होगा फेस ई–केवाईसी नहीं तो रुक जाएगा पैसा
रिपोर्ट- शुभेंद्र धर द्विवेदी आजमगढ़: आजमगढ़ में किसान सम्मन निधि का लाभ ले रहे किसानों का अब भौतिक सत्यापन किया जाएगा. घर-घर जाकर उनकी फेस ई–केवाईसी की जाएगी. कृषि विभाग के अधिकारी किसानों के घर जाकर उनका फेस ई–केवाईसी करते हुए भौतिक सत्यापन करेंगे. जनपद में कुल 8 लाख किसान हैं जो किसान सम्मन निधि का लाभ ले रहे हैं. ऐसे में जो किसान भौतिक सत्यापन से वंचित हो जाते हैं उनकी किसान सम्मन निधि रोकी जा सकती है. जनपद के करीब 56 हजार किसानों को फेस ई–केवाईसी के लिए चिन्हित किया गया है. जिसके आधार पर कृषि विभाग के लोग इन सभी किसानों के घर जाएंगे और फेस ई–केवाईसी के जरिए फिजिकल सत्यापन करेंगे. जानकारी के मुताबिक, इन चिन्हित किसानों के दिए गए डाटा में किसी तरीके की गड़बड़ी पाई गई है या फिर उनके उंगलियों के निशान घिस गए हैं जिसके कारण उनका डाटा संदिग्ध पाया गया है. भौतिक सत्यापन करने के लिए कृषि विभाग ने 150 प्रविधिक सहायकों को लगाया है जो गांव-गांव जाकर फेस ई–केवाईसी का काम करेंगे. मोबाइल में ऐप के माध्यम से इन सभी किसानों को सत्यापित किया जाएगा. वर्तमान में सीएससी सेंटरों पर किसान सम्मन निधि की केवाईसी की सुविधा उपलब्ध है, जिसके माध्यम से किसानों की केवाईसी की जाती है. कुछ वृद्धि किसानों के उंगलियों के निशान घिस जाने के कारण फिंगर प्रिंट  से उनकी केवाईसी नहीं हो पा रही है जिसके कारण उनको किसान सम्मन निधि का लाभ नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में फेस ई–केवाईसी हो जाने से इन सभी किसानों को पुनः किसान सम्मन निधि का लाभ मिलने लगेगा. इसके अलावा यदि किसान चाहे तो मोबाइल पर ऐप के माध्यम से भी स्वत फेस ई–केवाईसी कर सकते हैं. Tags: Local18FIRST PUBLISHED : September 7, 2024, 18:19 IST jharkhabar.com India व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें
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